पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कनखल के जमालपुर क्षेत्र में पाठल से काटकर अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारने वाले पांच हजार के इनामी पति को कनखल पुलिस और एसओजी की टीम ने नेपाल भागने से ऐन पहले दबोच लिया। पत्नी का कुसूर सिर्फ इतना था कि वह अपने बेटा और बेटी को अच्छी शिक्षा देकर उनका भविष्य बनाने के लिए दूसरों के घरों पर झाड़ू बर्तन का काम करती थी। पति को यह आत्मनिर्भरता पसंद नहीं आई और वह शक और जलन के कारण उससे अक्सर मारपीट करता था।
पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस टीम को शाबाशी दी। सीओ सिटी जूही मनराल के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी निरीक्षक दिगपाल कोहली और कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल की टीम को यह सफलता मिली है।
दरअसल बीती 4 नवंबर को कनखल के मोहल्ला गौरव विहार, जमालपुर कलां में एक मकान के अंदर विवाहिता का शव लहूलुहान अवस्था में पाया गया था। धारदार हथियार से की गई इस हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया था। मृतका के दोनों बच्चे स्कूल से लौटे तो मकान का ताला लगा हुआ था।
पड़ोसियों की मदद से जब ताला तोड़ा गया, तो कमरे के अंदर का मंजर देखकर सब सन्न रह गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। मृतका के भाई महेश के प्रार्थना पत्र पर पति सुरेंद्र यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ सिटी जूही मनराल और कनखल थाना पुलिस को जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। आरोपी की तलाश के लिए पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और तकनीकी साक्ष्य जुटाए। आरोपी के लगातार फरार रहने पर उस पर ₹5000 का इनाम भी घोषित किया गया।पुलिस ने सुरेंद्र को पटना के फुल्लेपुर चौक से गिरफ्तार किया, जहां वह नेपाल भागने की योजना बना रहा था। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पाठल, घटना के समय पहने कपड़े और ताले की चाबियां बरामद की गईं। पूछताछ में पता चला कि मृतका अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए आत्मनिर्भर बनने का प्रयास कर रही थी।
वह लोगों के घरों में झाड़ू-पोछा और बर्तन साफ करने का काम करने लगी थी। यह बात उसके पति सुरेंद्र यादव को नागवार गुजर रही थी। वह अपनी पत्नी पर शक करता था और जलन के चलते अकसर उससे झगड़ा करता था। इसी ईर्ष्या और शक के चलते सुरेंद्र ने पत्नी की निर्मम हत्या कर दी।
मृतका के दो बच्चे (16 वर्षीय बेटी और 10 वर्षीय बेटा) अब अपने मामा महेश के संरक्षण में हैं, जो उन्हें पटना लेकर चले गए।इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे पर स्थानीय लोगों ने हरिद्वार पुलिस, खासकर कनखल थाना पुलिस की तत्परता और एसएसपी के सशक्त नेतृत्व की सराहना की।
इस सफल खुलासे में सीओ सिटी जूही मनराल, प्रभारी सीआईयू दिगपाल कोहली, एसओ कनखल मनोज नौटियाल और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। टीम में जगजीतपुर चौकी प्रभारी चरण सिंह, उपनिरीक्षक भावना पवांर, हेडकांस्टेबल शूरवीर, कांस्टेबल उमेद सिहं, कांस्टेबल सतेन्द्र सिहं, कांस्टेबल प्रलव चौहान, कांस्टेबल सीआईयू हरिद्वार वसीम शामिल रहे।