डिग्री कॉलेज में जागरूकता सेमिनार, पुलिस छात्रों को सिखाए ऑनलाइन सुरक्षा के मंत्र..
साइबर सुरक्षा पर आधारित प्रतियोगिता में छात्रों ने दिखाई अपनी समझ, चार टॉपर्स हुए सम्मानित..
पंच👊नामा
पिरान कलियर: अपराध और साइबर खतरों से आम जनता को बचाने और जागरूक करने के उद्देश्य से हरिद्वार पुलिस लगातार जनहित कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन कर रही है। इस दिशा में पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर कलियर थाने की पुलिस ने डिग्री कॉलेज धनौरी में एक व्यापक साइबर सुरक्षा सेमिनार आयोजित किया।सेमिनार की अगुवाई कलियर थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने की। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य, शिक्षकों और लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान पुलिस ने साइबर सुरक्षा, नशा मुक्ति, और यातायात सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। पुलिस ने पीपीटी प्रेजेंटेशन और व्याख्यान के जरिए साइबर अपराधों और उनसे बचाव के तरीकों को समझाया। छात्रों को फर्जी लोन ऐप्स और डिजिटल धोखाधड़ी से सावधान रहने को कहा गया। मजबूत पासवर्ड बनाने और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अपनाने की सलाह दी गई। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्राइवेसी सेटिंग्स का महत्व बताया गया। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर 112, 1090, 1098, और 1930 की जानकारी दी गई, जो साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराने में मददगार हैं।
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क्विज प्रतियोगिता और सम्मान समारोह…….धनौरी चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज द्वारा तैयार एक साइबर सुरक्षा पर आधारित क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसमें कुणाल राजपूत (B.Sc प्रथम सेमेस्टर) ने प्रथम स्थान, मुराद अली ने द्वितीय स्थान, कुमारी कशिश (कक्षा 12वीं) ने तृतीय स्थान, और हरप्रीत सिंह (B.Sc प्रथम सेमेस्टर) ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। इन छात्रों को चमचमाती ट्रॉफियों से सम्मानित किया गया।
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छात्रों और शिक्षकों ने की सराहना…..कार्यक्रम में धनौरी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय कुमार, नेशनल इंटर कॉलेज धनौरी के प्रधानाचार्य विजेन्द्र कुमार, डॉ. परविंदर कौर, डॉ. सुमित कुमार पांडे, और अन्य शिक्षकों ने भी भाग लिया। छात्र-छात्राओं ने हरिद्वार पुलिस के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की जागरूकता सेमिनार न केवल शिक्षाप्रद हैं, बल्कि साइबर खतरों के प्रति सतर्क रहने में सहायक भी हैं। हरिद्वार पुलिस का यह अभियान अपराध मुक्त समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल युवाओं को शिक्षित कर रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सतर्क नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी कर रहा है।