असका ने तंगहाली को “पटखनी देकर झटका सोना, “चैंपियन परिवार ने किया सम्मान..
गोल्ड मेडल जीतकर परिवार और क्षेत्र का नाम किया रोशन..

पंच👊नामा-रुड़की: “कौन कहता है आसमाँ में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों” मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की इन पंक्तियों को सार्थक कर दिखाया है।
खानपुर विधानसभा के एक छोटे से गाँव नरोजपुर की असका परवीन ने। बेहद गरीब परिवार की इस बच्ची ने गाँव का ही नही बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल लाने वाली असका परवीन को प्रोत्साहित करने के लिए खानपुर विधायक कुँवर प्रणव सिंह चैंपियन परिवार सहित बच्ची के घर पहुँचे और ग्यारा हजार की नगद धनराशि देकर सम्मानित किया।
इस दौरान चैंपियन की धर्मपत्नी रानी देवयानी ने बच्ची का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि “हमारी छोरी किसी छोरे से कम है के” रानी देवयानी ने परिवार की हिम्मत बांधते हुए कहा कि जिंदगी में कभी हार नही माननी चाहिए, डरना नही चाहिए है।
संघर्ष ही जीवन है। हर इंसान की जिंदगी कठिनाइयो परेशानियो से भरी हुई है। कोई भी इंसान जिंदगी मे परेशानियों, कठिनाइयों से लड़े बिना कामयाब नही बन सकता। इसी का उदाहरण आज हम सबके बीच है। बच्ची की मेहनत और लगन काबिल-ए-तारीफ है।
विधायक कुँवर प्रणव सिंह चैंपियन ने कहा कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नही होती, बच्ची ने पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है जिसपर हम-सब गर्व महसूस कर रहे है। चैंपियन ने कहा खानपुर क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए वह हमेशा ततपर रहे है, स्पोर्ट्स के क्षेत्र में बच्चों के लिए नए आयाम स्थापित किए गए है जिससे क्षेत्र के बच्चें बेहतर प्लेटफार्म हासिल कर रहे है। विधायक कुँवर प्रणव सिंह चैंपियन, पत्नी रानी देवयानी व पुत्र दिव्य प्रताप सिंह चैंपियन ने बच्ची के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आगे भी हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। खिलाड़ी असका परवीन ने बताया कि वह देश के लिए गोल्ड मैडल लाना चाहती है। जिसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रही है।
असका परवीन ने बताया इस कामयाबी के पीछे उसके पिता मतलूब पहलवान और मामा मोहसीन खान का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पिता से प्रेरणा लेकर वह कुश्ती के दंगल में उतरी है।