90 साल की वृद्धा को परिवार से मिलाया, पुलिस ने ड्यूटी के साथ निभाया इंसानियत का फ़र्ज़..
हरिद्वार पुलिस के मुरीद हुए परिजन, धन्यवाद देकर की सराहना..
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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पुलिस का काम केवल अपराध रोकना ही नहीं, बल्कि समाज के हर जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करना भी है। इसी का जीवंत उदाहरण ज्वालापुर पुलिस ने प्रस्तुत किया, जब उन्होंने 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला को उनके परिजनों से मिलवाकर उनके चेहरे पर मुस्कान लौटा दी। सोशल मीडिया और पुलिस टीम के प्रयासों से महिला के परिवार का पता लगाया गया, जिसके बाद उन्हें सकुशल सुपुर्द कर दिया गया।
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रात्रि गश्त के दौरान मिली बुजुर्ग महिला…..बीती 17 फरवरी को चेतक पुलिस टीम को एक बुजुर्ग महिला रात्रि में भ्रमण करते हुए मिली। महिला की पहचान शांति देवी (उम्र 90 वर्ष), पत्नी स्व. बिहारी राम, निवासी वार्ड नंबर 2, ग्राम कुंडली, थाना कुडनी, जिला कैमूर, बिहार के रूप में हुई। बुजुर्ग महिला अपनी मूल भाषा (स्थानीय बोली) के अलावा कोई अन्य भाषा नहीं समझ पा रही थी, जिससे उनकी पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो गया।
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सोशल मीडिया बना सहारा, पुलिस का मानवीय चेहरा आया सामने…..चेतक पुलिस ने महिला की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें ज्वालापुर थाने लाकर कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी नितिन चौहान को जानकारी दी। कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी के निर्देश पर महिला हेड कांस्टेबल कमला चौहान ने तत्परता दिखाते हुए सोशल मीडिया पर बुजुर्ग महिला की सूचना और तस्वीरें साझा कीं।
डीसी ग्रुप, कंट्रोल रूम, लोकल व्हाट्सएप ग्रुप सहित दिल्ली, हरियाणा और बिहार पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क किया गया।इसके अलावा, बिहार में स्थानीय थाना क्षेत्र से कुछ लोगों को बुलाकर उनकी भाषा समझने की कोशिश की गई। अथक प्रयासों के बाद, महिला का पता ग्राम कुडनी, जिला कैमूर, बिहार के रूप में मिला।
वहां के स्थानीय प्रधानों से संपर्क कर परिजनों का नंबर प्राप्त किया गया और वीडियो कॉल के माध्यम से पुष्टि की गई। परिजनों ने महिला की पहचान अपनी दादी के रूप में की।
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बुजुर्ग महिला की सकुशल घर वापसी, परिजनों ने किया पुलिस का धन्यवाद…..शुक्रवार को परिजन ज्वालापुर कोतवाली पहुंचे और आवश्यक औपचारिकताओं के बाद बुजुर्ग महिला को सकुशल उनके सुपुर्द कर दिया गया। अपनों से मिलने की खुशी महिला के चेहरे पर साफ झलक रही थी। परिजनों ने हरिद्वार पुलिस और विशेष रूप से ज्वालापुर पुलिस की सराहना की और धन्यवाद दिया।
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हरिद्वार पुलिस की सराहनीय पहल…..यह मामला पुलिस के मानवीय दृष्टिकोण और कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण है। सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग और पुलिस टीम की सतर्कता से यह संभव हो पाया। ज्वालापुर पुलिस की यह पहल न केवल समाज में पुलिस की सकारात्मक छवि को मजबूत करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सही प्रयासों से कोई भी असंभव कार्य संभव हो सकता है।