“डीजीपी दीपम सेठ की सख्त चेतावनी – उत्तराखंड में नशे के कारोबारियों की उलटी गिनती शुरू, हर गली-मोहल्ले में होगी सख्त निगरानी..!
591 तस्कर गिरफ्तार, 24 करोड़ की ड्रग्स जब्त – पुलिस का अब तक का सबसे बड़ा प्रहार, समीक्षा बैठक में डीजीपी ने दिए आवश्यक निर्देश..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज करते हुए बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। विशेष अभियान के तहत अब तक 591 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है, वहीं 936.56 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया गया है, जिसकी कीमत 24.25 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस ने इस अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए इसे 31 मार्च 2025 तक बढ़ाने का फैसला किया है।
—————————————
डीजीपी ने की समीक्षा बैठक…..पुलिस महानिदेशक (DGP) दीपम सेठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के SSP/SPs के साथ अभियान की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वांछित और इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने थाना स्तर पर समीक्षा के आधार पर लंबित विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण पर जोर दिया और स्पष्ट किया कि लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
—————————————अब तक की बड़ी कार्रवाई….
1:- 427 मुकदमे दर्ज
2:- 591 नशा तस्कर गिरफ्तार
3:- 936.56 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त (कीमत: 24.25 करोड़ रुपये)
4:- 26 अपराधी गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध
5:- 15 तस्करों की 1.74 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त
—————————————
पुलिस की रणनीति होगी और सख्त…डीजीपी ने निर्देश दिए कि रात्रि गश्त, पैदल पेट्रोलिंग और सघन चेकिंग को और प्रभावी बनाया जाए। भीड़भाड़ वाले स्थानों और संवेदनशील इलाकों में नाकाबंदी और बैरियर चेकिंग को कड़ा किया जाएगा। साथ ही, खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जाएगा ताकि नशे के कारोबार को पूरी तरह जड़ से खत्म किया जा सके।
—————————————वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई समीक्षा बैठक….
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) वी. मुरूगेशन, ए. पी. अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक (IG) कृष्ण कुमार वी.के., नीलेश आनंद भरणे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
—————————————
नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति…..उत्तराखंड पुलिस ड्रग माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जनता से अपील की गई है कि वे अपने क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस प्रशासन ने संकल्प लिया है कि राज्य से नशे के कारोबार को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा।