
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: बालिका से दुष्कर्म की घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने नैनीताल के बाज़ारों में समुदाय विशेष के दुकानदारों से ही मारपीट नहीं की, बल्कि मल्लीताल कोतवाली में एक दारोगा को भी शिकार बनाया।
जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।वीडियो में कोतवाली के अंदर भीड़ की अराजकता साफ नजर आ रही है। दारोगा से गाली-गलौच और हाथापाई करते हुए जमकर गाली गलौच की जा रही है।दुकानदारों से मारपीट और तोड़फोड़ के वीडियो वायरल होने के बाद पर्यटकों ने छुट्टियों में नैनीताल आने से हाथ जोड़ लिए हैं।
लगातार बुकिंग कैंसिल होने पर अब उत्तराखंड पुलिस अपने सोशल मीडिया हैंडल से पर्यटकों से अपील करते हुए यह भरोसा दिला रही है कि नैनीताल में सब शांति है।
इस बीच कोतवाली के भीतर दारोगा से बदसुलूकी का वीडियो वायरल होने पर लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि जब कोतवाली के भीतर एक दारोगा ही भीड़ से सुरक्षित नहीं है
तो फिर दूसरे प्रदेशों से आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा किसके भरोसे है।
निश्चित तौर पर दुष्कर्म की घटना देवभूमि को कलंकित करने वाली है, लेकिन कोतवाली में घुसकर दारोगा से हाथापाई करने की घटना भी पुलिस के इकबाल पर सवालिया निशान लगा रही है।
लोग पूछ रहे, कब होगी कार्रवाई….
सोशल मीडिया पर लोग सवाल सिर्फ अराजकता पर ही नहीं उठा रहे हैं, बल्कि दारोगा से बदसलूकी करने वालों पर कार्रवाई न होने पर भी हैरत में हैं। आखिर भीड़ को किसने उकसाया की कोतवाली में घुसकर ही तांडव मचाया और केवल एक दारोगा को चुनकर निशाना बनाया गया।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि भीड़ कोतवाली के भीतर दारोगा की वर्दी पर नेम प्लेट नहीं होने पर जवाब मांग रही है।
जिससे ये स्पष्ट है कि भीड़ को मालूम था कि दारोगा समुदाय विशेष से ताल्लुक रखते हैं।