राजनीतिहरिद्वार

फुरकान की हैट्रिक पर “ग्रहण लगा सकती है भूरा प्रधान की दावेदारी..

पिरान कलियर सीट पर जल्द बदलेंगे सियासी समीकरण..

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पंच👊नामा- पिरान कलियर:- विधानसभा चुनाव के दंगल में दो-दो हाथ को बेताब उम्मीदवार पार्टी हाईकमान से टिकट की जुगत में “एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे है। कुछ उम्मीदवार आश्वासन की उम्मीद पर हाईकमान की घोषणा का इंतेज़ार कर रहे है तो कुछ ऐसे भी उम्मीदवार है जिनका बना बनाया खेल टिकट की घोषणा से बिगड़ सकता है। पिरान कलियर विधानसभा सीट से कांग्रेस के लगभग तय उम्मीदवार सिटिंग विधायक हाजी फुरकान अहमद ने अपना चुनावी कार्यक्रम शुरू कर दिया है। इसी के साथ भाजपा ने अभी इस सीट पर अपने पत्ते नही खोले है। भाजपा से सैनी उम्मीदवारों की लंबी फेरिस्ट है। वही बसपा ने सुरेंद्र सैनी को विधानसभा प्रभारी के रूप में इनडायरेक्ट प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। उधर आम आदमी पार्टी ने इंजीनियर शादाब आलम को क्लीयर प्रत्याशी बनाकर सबसे पहले बाजी मारी है। यदि समीकरण इन्ही के बीच रहा तो फुरकान अहमद की राह आसान है, लेकिन चर्चाएं इससे बिल्कुल विपरीत है। चर्चा है कि ऐनवक्त पर बसपा अपना प्रत्याशी बदलकर मुस्लिम कंडीडेट पर दांव खेल सकती है, सूत्र बताते है कि फुरकान अहमद के प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले एक मुस्लिम नेता बसपा के टिकट में सेंधमारी कर सकते है जिससे ये तो साफ है कि हाजी फुरकान अहमद के लिए ये बदलाओ मुश्किलों भरा हो सकता है। बहरहाल क्षेत्र में इस तरह चर्चाएं व्याप्त है और कुछ ही दिनों में नामांकन के बाद इन चर्चाओं पर विराम लग जाएगा, जिसके बाद तमाम अटकलें साफ हो जाएंगी।
पिरान कलियर विधानसभा सीट का गठन होने के बाद से ही इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। दोनो बार कांग्रेस से हाजी फुरकान अहमद में बाजी मारी है। 2002 के चुनाव में हाजी फुरकान और हाजी शहजाद के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था, और 2017 के चुनाव में भी दोनो प्रतिद्वंद्वीयो के बीच मे भाजपा प्रत्याशी बहुत कम अंतर से मात खा गए थे। पिछले चुनाव के मद्देनजर भाजपा इस बार सोचसमझकर प्रत्याशी पर दांव खेलने की फिराक में दिखाई पड़ रही है। इस बार हाजी फुरकान अहमद के लिए राहत की बात ये है चुनाव में सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले हाजी मौ. शहजाद इस बार कलियर से चुनाव नही लड़ रहे है। मौ. शहजाद बसपा पार्टी के बैनर पर लक्सर सीट से क़िस्मत आजमा रहे है, बड़े प्रतिद्वंद्वी के जाने के बाद हाजी फुरकान की राह आसान हुई है, उससे भी बड़ी राहत की बात ये हुई कि बसपा ने सैनी प्रत्याशी पर दांव खेला है, जबकि भाजपा भी सैनी उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी, इन सभी के बीच आम आदमी पार्टी ने ई. शादाब आलम को प्रत्याशी बनाया है। इन तमाम समीकरण को भांपते हुए हाजी फुरकान अहमद और उनके समर्थक सन्तुष्ट नजर आरहे है। लेकिन इन्ही के बीच क्षेत्र में चर्चाएं कुछ और भी सुनाई पड़ रही है। चर्चा है कि ऐनवक्त पर बसपा अपना कंडीडेट बदलकर मुस्लिम नेता पर दांव खेलेगी, सूत्र बताते है कि बसपा से टिकट के जुगाड़ में मुस्लिम नेता और फुरकान अहमद के प्रतिद्वंद्वी कहे जाने वाले भूरा प्रधान एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे है। भूरा प्रधान उसी क्षेत्र के निवासी है जहां के हाजी फुरकान अहमद है, और दिलचस्प बात ये है कि भूरा प्रधान भी झोझा बिरादरी से आते है, तो इसलिए अगर भूरा प्रधान बसपा से टिकट पाने में कामयाब होते है तो हाजी फुरकान अहमद के लिए ये सफर मुश्किलों भरा हो सकता है, ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है कि हाजी मौ. शहजाद का कैडर वोट जो फिलहाल विकल्प तकाश रहा है उनके लिए भूरा प्रधान एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने होगा। वही इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता कि भजपा को सैनी कंडीडेट उतराने में आसानी होगी, मसलन पहले से ही सीट पर एक सैनी चुनाव मैदान में आचुका है, और भाजपा भी सैनी को टिकट दे तो जातीय समीकरण बिगड़ने का खतरा है। बहरहाल अभी क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है, कुछ दिनों बाद ही नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, और तमाम पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों की विधिवत रूप से घोषणा करेंगी, यानी बहुत जल्द तमाम स्तिथि स्प्ष्ट हो जाएगी, और समीकरण क्या होंगे ये तो तभी पता लग पाएगा।

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