
पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: भाजपा ने भले ही ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर को क्लीन चिट देते हुए दोबारा टिकट दे दिया हो, लेकिन कोर्ट ने उन्हें दागदार ही माना है। टिकट मिलने की खुशी में जश्न मना रहे ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर और उनके समर्थकों के लिए एक हैरान व परेशान करने वाली खबर सामने आई है। कोर्ट ने विधायक पर दुष्कर्म के आरोपों की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए कोर्ट ने संदेह जताया है कि पीड़िता को डराया व धमकाया गया है। जांच कर तीन महीने में रिपोर्ट मांगी गई है।
ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर ने पिछले साल अपनी एक महिला समर्थक व उसके पति पर ब्लैकमेल कर पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। ज्वालापुर कोतवाली की पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जमानत पर जेल से छूटने के बाद महिला समर्थक ने विधायक सुरेश राठौर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए बहादराबाद थाने में मुकदमा दर्ज कराया। बाद में नाटकीय घटनाक्रम के तहत सुरेश राठौर ने महिला समर्थक को क्षमा करने का दावा किया। जबकि महिला समर्थक ने भी आरोप वापस ले लिए थे। इस पर पुलिस ने विधायक के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर कोर्ट में भेज दी थी। कोर्ट ने पीड़िता के बयान लिए। पहले और बाद के बयानों में विरोधाभास पाए जाने और अंतिम रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद सीजेएम मुकेश चंद आर्य की अदालत ने अंतिम रिपोर्ट निरस्त करते हुए दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। तीन महीने के भीतर रिपोर्ट भी मांगी गई है। इस बारे में विधायक सुरेश राठोर से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।