“मुख्यमंत्री धामी ने ओम पुल पर धोए कांवड़ियों के चरण, हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा..
भजन संध्या में श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज का लिया आशीर्वाद, उपद्रवियों को नसीहत, उपलब्धियां भी गिनाई..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: देवभूमि हरिद्वार में गुरुवार को आयोजित भव्य भजन संध्या और कांवड़ सेवा कार्यक्रम में भक्ति और भावनाओं का अद्भुत संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में विशेष रूप से “अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल के पास गंगा घाट पर पहुंचे शिवभक्तों के चरण धोकर उनका स्वागत किया और आशीर्वाद लिया। संचालन एचआरडीए सचिव मनीष सिंह ने किया।मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर सम्मान किया और गंगा सभा द्वारा प्रस्तावित 251 फीट ऊंचे भगवा ध्वज स्थापना का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने भावविभोर होकर भजन संध्या में भाग लिया।
भजन संध्या में बोले मुख्यमंत्री: कांवड़ यात्रा शिवभक्ति की साधना, नहीं कोई प्रदर्शन….
मुख्यमंत्री धामी ने भजन संध्या को दिव्य और आत्मिक सुख देने वाला बताते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा केवल आस्था नहीं, बल्कि सेवा और अनुशासन की भी मिसाल है। उन्होंने कहा कि यह शिव तत्व को जागृत करने की साधना है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भगवान शिव को जल अर्पित करने की यह पवित्र यात्रा आत्मिक शुद्धि का माध्यम है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि यात्रा में मर्यादा, अनुशासन और सहनशीलता का परिचय दें, जिससे यात्रा की पवित्रता बनी रहे।
हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, 251 फीट भगवा ध्वज की घोषणा….
कार्यक्रम के दौरान हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए। मुख्यमंत्री ने गंगा सभा और भारतीय नदी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में प्रस्तावित 251 फीट ऊंचे भगवा ध्वज का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि यह ध्वज पूरी दुनिया को सनातन संस्कृति और शिवभक्ति का संदेश देगा।भजन संध्या के साथ हरिद्वार में दिखा सेवा भाव, सीएम ने धोए कांवड़ियों के पांव…..
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे कांवड़ियों के पांव धोने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि बिना रूके, बिना थके “बोल बम” के जयकारों के साथ चल रहे श्रद्धालुओं की सेवा करना हरिद्वार के लिए सौभाग्य की बात है।भजन संध्या में दिया संदेश: शिवभक्ति के नाम पर उपद्रव नहीं सहन होगा….
मुख्यमंत्री ने भजन संध्या मंच से दो टूक कहा कि शिवभक्ति का मतलब शांति और सहनशीलता है, न कि उपद्रव और अनुशासनहीनता। कुछ स्थानों पर हाल की घटनाओं पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि शिवभक्ति का प्रदर्शन नहीं, साधना होनी चाहिए।भजन संध्या में संस्कृति संरक्षण पर दिया जोर: गीता पाठ, ऑपरेशन कालनेमि का भी किया जिक्र….
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा ऑपरेशन कालनेमि के तहत छद्म वेशधारियों पर कार्रवाई हो रही है। धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद और थूक जिहाद के खिलाफ कठोर कानून लागू किए गए हैं।कार्यक्रम में उपस्थिति….
भजन संध्या में मौजूद रहे संत-महात्मा और जनप्रतिनिधि
कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, मेयर किरण जैसल, मेयर अनीता देवी, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, आईजी राजीव स्वरूप, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, श्री गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ समेत अनेक संत-महात्मा व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।