श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की शैक्षिक परिषद की बैठक में पीएचडी अध्यादेश और एनईपी पाठ्यक्रम को मिली मंजूरी..
गणतंत्र दिवस और खेल प्रतिभागियों के लिए विशेष परीक्षा कराने का निर्णय..

पंच👊नामा-ब्यूरो
ऋषिकेश: श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय की 16वीं शैक्षिक परिषद की बैठक शनिवार को कुलपति प्रोफेसर एन.के. जोशी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में विश्वविद्यालय से जुड़े कई अहम शैक्षणिक प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।बैठक की शुरुआत परीक्षा समिति की नवीं बैठक (17 जुलाई 2025) के कार्यवृत्त के अनुमोदन से हुई। इसके बाद विश्वविद्यालय के पीएचडी अध्यादेश-2025 को स्वीकृति दी गई। साथ ही 14 जुलाई को हुई रिसर्च एडवाइजरी कमेटी (आरएसी) की बैठक में शोधार्थियों के लिए बनाए गए दिशा-निर्देशों को भी मंजूरी मिली।
कला, विज्ञान और वाणिज्य संकायों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) आधारित नए पाठ्यक्रमों को हरी झंडी दी गई। सत्र 2025-26 में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को अब इन्हीं पाठ्यक्रमों के अनुसार पढ़ाई कराई जाएगी। संशोधित पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं।
इंटरमीडिएट के बाद अध्ययन में अंतराल (गैप ईयर) लेने वाले विद्यार्थियों को कुछ नियम व शर्तों के तहत स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश का अवसर दिया जाएगा। इन्हें शपथ पत्र देना होगा कि गैप अवधि में उन्होंने किसी भी स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश नहीं लिया।
कुलपति प्रोफेसर एन.के. जोशी ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड व खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के कारण विषम सेमेस्टर की परीक्षा से वंचित रह गए विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय विशेष परीक्षा आयोजित करेगा और शीघ्र परिणाम घोषित किया जाएगा।
बैठक में बीसीए तथा नव प्रारंभित बीसीए (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग) पाठ्यक्रम में प्रवेश की पात्रता को लेकर भी निर्णय लिया गया। यह तय किया गया कि इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश विश्वविद्यालय के अध्यादेश के अनुसार ही होगा।
कुलपति ने बैठक में संस्थान विकास योजना (Institutional Development Program) का खाका प्रस्तुत किया और आने वाले समय की योजनाओं से परिषद को अवगत कराया। सत्र 2025-26 के लिए विश्वविद्यालय का वार्षिक शैक्षिक कैलेंडर भी पारित किया गया।
बैठक का संचालन कुलसचिव दिनेश चन्द्रा ने किया। इस दौरान परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सी.एस. नेगी, मुख्य वित्त अधिकारी मनोज पांडे, सहायक कुलसचिव विजय सिंह, ऋषिकेश परिसर के निदेशक प्रो. महावीर रावत, तीनों संकायों के डीन, सभी विभागाध्यक्ष और परिषद सदस्य डॉ. सुनील बत्रा, डॉ. वी.के. गुप्ता, डॉ. वी.एन. शर्मा समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे।