पंच👊नामा
सुल्तान-हरिद्वार: जेल से फोन कर रंगदारी मांगने और सुपारी लेकर हत्या कराने में माहिर कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि अचानक कोर्ट का आदेश लेकर हरिद्वार जिला कारागार शिफ्ट हो गया है। इससे पुलिस की टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, छह साल पहले हरिद्वार जेल में बैठे-बैठे रुड़की के कारोबारियों से रंगदारी मांगने और नगर निगम रुड़की के सफाई नायक बसंत की हत्या की साजिश रचने पर उसे हरिद्वार से शिफ्ट किया गया था। लेकिन अब वह पुराने मुकदमों का हवाला देते हुए हाइकोर्ट का आदेश लेकर हरिद्वार पहुंच गया है।
एक जमाने में कुख्यात सुनील राठी के लिए काम करने वाले रुड़की निवासी प्रवीण वाल्मीकि ने करीब आठ साल पहले अपना अलग गैंग बनाया। हरिद्वार जेल में बैठे-बैठे मोबाइल पर रंगदारी मांगने से लेकर रुड़की नगर निगम के सफाई नायक बसंत की हत्या में प्रवीण वाल्मीकि का नाम सामने आया। जिसके बाद 2016 में उसे हरिद्वार जेल से शिफ्ट कर दिया गया था। टिहरी से कुछ दिन पहले उसे देहरादून जेल भेज दिया गया था। पिछले दिनों प्रवीण वाल्मीकि ने हरिद्वार जेल में शिफ्ट करने के लिए हाइकोर्ट में अर्जी लगाई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने प्रवीण वाल्मीकि को हरिद्वार शिफ्ट करने के आदेश दिए। दो दिन पहले प्रवीण को हरिद्वार शिफ्ट कर दिया गया है। इससे पुलिस के लिए चिंता बढ़ गई हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इसको लेकर चौकसी बरती जाएगी। वह जिले में अपना नेटवर्क खड़ा कर अपराधिक वारदातों को अंजाम न दे सके, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
जेल प्रशासन के लिए भी मुश्किलें कम नहीं……
हरिद्वार: जिला कारागार रोशनाबाद में पिछले कई महीनों से सबकुछ सामान्य चल रहा था। लेकिन प्रवीण वाल्मीकि के आने से जेल प्रशासन के लिए भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल, प्रदेश की सबसे बड़ी जेल केवल एक अधीक्षक के भरोसे चल रही है। यहां जेलर के दोनों और डिप्टी जेलर के सातों पद खाली हैं। जबकि बंदी रक्षक भी एक तिहाई ही तैनात हैं। इन परिस्थितियों में कुख्यात की गतिविधियों पर नजर रखना और माहौल सही रखना जेल प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि प्रवीण वाल्मीकि के शिफ्ट होने पर जेल में और सतर्कता बढ़ा दी गई है।