नगर निगम जमीन घोटाला, पिरान कलियर का भ्रष्टाचार, सीएसआर फंड का गोलमाल, सुराज सेवादल ने उठाए सवाल..
अध्यक्ष रमेश चंद जोशी ने दिया अल्टीमेटम, डीएम बोले, सभी मामलों में होगी जांच व कार्रवाई..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार : नगर निगम जमीन घोटाला, सीएसआर फंड अनियमितता, शराब ठेकों और पिरान कलियर दरगाह प्रबंधन में भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर सुराज सेवादल ने गुरुवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से भेंट की। प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपकर सभी मामलों में पारदर्शी जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई।जोशी ने कहा कि नगर निगम के चर्चित जमीन घोटाले में जहां दो आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी पर कार्रवाई की गई, वहीं भूमि की श्रेणी बदलने वाले तहसीलदार और कर्मचारियों को अब तक बचाया जा रहा है। “आखिरकार किसके दबाव में इन्हें संरक्षण दिया जा रहा है?”
उन्होंने यह भी बताया कि सिडकुल क्षेत्र की एक नामचीन इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने हलजौरा गांव में सीएसआर फंड से करीब दो करोड़ रुपये खर्च कर कार्य कराए, लेकिन इसमें गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इस पर 30 जून 2025 को गढ़वाल मंडलायुक्त और मुख्यमंत्री के सचिव विनय शंकर पांडेय ने जांच के आदेश दिए थे, मगर दो माह बाद भी फाइलें अलमारियों में बंद हैं और कार्रवाई शून्य है।
दरगाह प्रबंधन पर गंभीर आरोप…..
संगठन ने पिरान कलियर दरगाह प्रबंधन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आय-व्यय और प्रबंधन से जुड़ी गतिविधियां पूरी तरह अपारदर्शी हैं। “धार्मिक आस्था से जुड़े इस स्थल पर भ्रष्टाचार किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। सरकार तत्काल जांच बैठाकर दोषियों को चिन्हित करे।”आंदोलन की चेतावनी….
जोशी ने साफ कहा कि “यदि एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं हुई तो सुराज सेवादल सड़क से सदन तक आंदोलन के लिए बाध्य होगा। भ्रष्टाचार और जनहित से जुड़े मुद्दों पर सरकार का मौन रवैया जनता सहन नहीं करेगी।” प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री देवेंद्र बिष्ट, विजेंद्र राघव, राहुल नफीस, परवेज जमाल और जावेद मौजूद रहे।डीएम ने दिलाया भरोसा…..
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि ज्ञापन में उठाए गए सभी मुद्दों की गंभीर जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे।