
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: हिंदुस्तान यूनिलीवर के कर्मचारी की मौत के बाद न्यू हरिद्वार कॉलोनी स्थित निजी अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। सहकर्मी कर्मचारियों ने इलाज में लापरवाही बरतने और एनेस्थीसिया की अतिरिक्त डोज देने का आरोप लगाते हुए ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर सुमन्तु विरमानी के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस कर्मचारियों को शांत कराने का प्रयास किया। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अस्पताल को सील कर दिया गया।
हंगामा कर रहे कर्मचारियों के मुताबिक, हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में कार्यरत श्री चंद शर्मा का एक माह पहले सड़क हादसे में हाथ फ्रैक्चर हो गया था। पहले उनका ऑपरेशन मध्य हरिद्वार स्थित प्राइवेट अस्पताल में हुआ था।
आरोप है कि दो दिन पहले डॉक्टर सुमन्तु विरमानी ने उन्हें अपने अस्पताल (न्यू हरिद्वार कॉलोनी) बुलाकर दूसरा ऑपरेशन किया और इस दौरान मरीज को एनेस्थीसिया की अतिरिक्त डोज दे दी, जिसके बाद वह बेहोश ही रहे।परिजनों का कहना है कि हालत बिगड़ने के बावजूद डॉक्टर ने उन्हें गुमराह किया और बाहर ले जाने का दबाव बनाया। देर रात श्री चंद शर्मा को कनखल के एक धर्मार्थ अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई।श
निवार सुबह घटना की जानकारी मिलते ही हिंदुस्तान यूनिलीवर के दर्जनों कर्मचारी बसों में भरकर अस्पताल पहुंचे और डॉ. सुमन्तु विरमानी के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस नेता वरुण बालियान समेत कई लोग अस्पताल पहुंचे और कार्रवाई की मांग उठाई। मौके पर अफरातफरी मच गई। प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट मनीष कुमार सिंह ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए कर्मचारियों को समझा बुझा कर शांत कराया। साथ ही अस्पताल को सील भी कराया गया।
इस दौरान ज्वालापुर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक नितिन चौहान, रेल चौकी प्रभारी नवीन नेगी भी मौजूद थे।