“कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के भतीजे मनीष बॉलर से सांठगांठ के आरोपी दोनों सिपाहियों पर गिरी गाज..
आईजी गढ़वाल कार्यालय में अटैच थे दोनों सिपाही, हरिद्वार में रहते थे सक्रिय, एसटीएफ की गोपनीय रिपोर्ट में खुली कारनामों की पोल

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून। गढ़वाल आईजी कार्यालय में अटैच रहते हुए हरिद्वार में पैठ बनाने वाले दो सिपाहियों पर गाज गिर गई है। कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के भतीजे और भाजपा से निष्कासित पार्षद मनीष बॉलर से करीबी रिश्तों का खुलासा होने पर दोनों को कुमाऊं रेंज ट्रांसफर कर दिया गया है।एसटीएफ की गोपनीय रिपोर्ट में सिपाही शेर सिंह और हसन जैदी के मनीष बॉलर से लगातार फोन पर संपर्क के सबूत सामने आए। सूत्रों के अनुसार, आईजी गढ़वाल कार्यालय से अटैच होने के बावजूद दोनों की सक्रियता हरिद्वार में बनी हुई थी, जिस पर लंबे समय से तरह-तरह की चर्चाएं भी होती रहीं।
यह भी चर्चा है कि भूमि कब्जे के मामलों की जांच में दोनों की भूमिका खंगाली जा सकती है। सूत्र बताते हैं कि स्थानीय स्तर पर इनकी पहुंच और दबदबा इतना था कि कई संवेदनशील मुकदमों में इनकी दखलअंदाजी की बात सामने आती रही।
उधर, मनीष बॉलर को हाल ही में एसटीएफ ने हरिद्वार में लगभग 50 करोड़ की जमीन पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज़ों से कब्जा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर पुलिस और गैंग के गठजोड़ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।