
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार। सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत और एक महिला की बातचीत की कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने से सियासी हलचल मच गई है। वीरेंद्र रावत ने इसे पूरी तरह फर्जी करार देते हुए राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। उन्होंने ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर देकर कई व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।गौरतलब है कि वीरेंद्र रावत ने पिछला लोकसभा चुनाव हरिद्वार सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में लड़ा था। उनका कहना है कि राजनीतिक करियर को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से यह षड्यंत्र रचा गया है।
वीरेंद्र रावत ने पुलिस को बताया कि 29 सितंबर को उन्हें जानकारी मिली कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनके नाम से एक ऑडियो क्लिप वायरल की जा रही है। इसमें उनकी आवाज और चेहरे का इस्तेमाल कर एक महिला से अश्लील वार्तालाप दर्शाया गया है। रावत का कहना है कि यह क्लिप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से तैयार की गई है, ताकि उनकी छवि धूमिल की जा सके।
उन्होंने आरोप लगाया कि क्लिप प्रसारित करने वाले लोग न केवल उनकी सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि ब्लैकमेलिंग और धमकाने का भी प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह सब एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किया गया है।
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत की ओर से तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रावत ने कई सोशल मीडिया अकाउंट्स का जिक्र किया है, जिनसे यह क्लिप प्रसारित हुई है। पुलिस तकनीकी साक्ष्यों की जांच कर रही है और दोषियों की पहचान की जा रही है।