“इंडियन रिकॉर्ड बुक में दर्ज हुआ कवि सम्मेलन, हरिद्वार के ‘भुलक्कड़’ सहित उत्तराखंड के चार कवियों को मिला मंच..
समाज सेवा और पत्रकारिता के बाद अब कवि रूप में पहचान बना रहे पुष्पराज धीमान..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: आज के दौर में जहां लोग सोशल मीडिया की छोटी-छोटी रीलें बनाकर प्रसिद्धि पाने की होड़ में हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो बिना सोशल मीडिया का सहारा लिए अपने जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
हरिद्वार जनपद के नसीरपुर कला गांव निवासी पंडित पुष्पराज धीमान ‘भुलक्कड़’ ऐसा ही नाम हैं। समाज सेवा और पत्रकारिता के साथ अब वह साहित्य जगत में भी खास पहचान बना रहे हैं।
दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित पंडित पुष्पराज धीमान ‘भुलक्कड़’ ने हाल ही में बदायूं जिले के बिल्सी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कवि सम्मेलन में अपनी ग़ज़लों और हास्य रचनाओं से खूब सराहना बटोरी। यह कवि सम्मेलन 107 कवियों के लगातार काव्य पाठ के कारण इंडियन रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया गया है।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की खटीमा निवासी कवयित्री शांति राणा, फिरोजाबाद (यूपी) मूल के हाल दिल्ली निवासी डॉ. संजीव सारस्वत तपन, तथा अल्मोड़ा मूल के हाल दिल्ली निवासी ललित मोहन जोशी को भी काव्य पाठ का अवसर मिला।
पंडित पुष्पराज धीमान ‘भुलक्कड़’ हाल ही में उत्तराखंड के गदरपुर में आयोजित सृजन साक्षात्कार साहित्यिक कार्यक्रम, एटा में हुए अंतरराष्ट्रीय काव्य महोत्सव तथा नोएडा में बाल दिवस पर आयोजित कवि सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, जहां उन्हें साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय कवि पंचायत मंच के संयोजक साहित्य कुमार चंचल के अनुसार, “भुलक्कड़ बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। वे हर विधा में सहज और सार्थक काव्य पाठ करते हैं। उनकी रचनाएं सरल होते हुए भी गहरा संदेश देती हैं।
”बिल्सी आयोजन के संयोजक हरगोविंद पाठक, विष्णु असावा, अमित वर्मा, अंबर पंकज, मतलबी, सचिन जौहरी आदि ने भी पंडित पुष्पराज धीमान ‘भुलक्कड़’ की साहित्यिक सेवाओं की सराहना की।



