पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: दोबारा सत्ता वापसी का दावा कर रही भाजपा हरिद्वार में दो हिस्सों में बंटी नजर आ रही है। हद तो यह है कि हरिद्वार के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का फोटो ही मदन कोशिक के बैनर पोस्टरों से गायब है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या भाजपा के पास चुनाव में गिनाने के लिए सांसद की कोई उपलब्धि नहीं है। या फिर सोची समझी रणनीति के तहत निशंक को अलग-थलग किया गया है। ऐसे कई सवाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के गृह क्षेत्र हरिद्वार में गूंज रहे हैं।
5 साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने के चलते भाजपा पहले से ही विपक्ष के हाथों अपनी फजीहत करा चुकी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीन तिगड़ा काम बिगड़ा का नारा देकर इसे मुद्दा बना रहे है। रही कसर भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी और फूट पूरी कर रही है। जो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के बैनर पोस्टरों से ही निकल कर बाहर आ रही है। मदन कौशिक के बैनर पोस्टरों से अप्रत्याशित रूप से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का फोटो गायब है। हरिद्वार के मुख्य चौराहों और प्रमुख जगहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग पर पोस्टर लगाकर भाजपा ने मदन कौशिक को जिताने की अपील की है। लेकिन यह सवाल सबसे बड़ा है कि इस अपील में पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद निशंक का चेहरा क्यों छुपाया गया है। और तो और सांसद निशंक के बेहद करीबी माने जाने वाले सहगल परिवार के घर पर लगाए गए पोस्टर में भी निशंक नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि ऐसा नहीं है कि निशंक इस चुनाव में सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने दो दिन पहले ही हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद के पक्ष में एक जनसभा भी की है और वर्चुअल माध्यम से भी वह लगातार कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। बावजूद इसके प्रदेश अध्यक्ष के ही बैनर पोस्टरों से निशंक का गायब हो जाना अपने आप में सवाल ये निशान लगा रहा है।