पंच👊नामा
सुल्तान, हरिद्वार: चुनाव प्रचार में नशे का मुद्दा हरिद्वार में जमकर उछाला। मतदान का दिन आते आते आरोप गंभीर हो गए और अचानक से कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। एक वीडियो में लाइब्रेरी और किट्टी घोटाले की याद दिलाते हुए पीड़ितों के पुराने जख्म हरे कर दिए। साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी ने अपने फेसबुक अकाउंट से यह लिखकर भी इशारों ही इशारों में भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक पर निशाना साधा कि “अब पुस्तकालय मैं बनवाऊंगा।
इसके अलावा “खलनायक फिल्म के एक गाने की धुन के साथ वायरल हुए एक वीडियो में भाजपा प्रत्याशी को भू माफिया, अपराधियों और संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े लोगों का संरक्षक बताया गया।
हालांकि “पंच👊नामा… इस वीडियो को लेकर कोई पुष्टि या दावा नहीं करता है और भाजपा की तरफ से इस संबंध में कोई शिकायत भी पुलिस से नहीं दी गई है। इतना जरूर है कि मतदान से एक दिन पहले इस वीडियो ने हरिद्वार के मतदाताओं में सनसनी पैदा कर दी है और उन्हें सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
इस वीडियो में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और प्रत्याशी मदन कौशिक को शहर के कई अलग-अलग लोगों के साथ दिखाया गया है। जिसमें प्रमुख तौर पर गिट्टी घोटाले में जेल गई भाजपा नेत्री को मदन कौशिक के साथ मौजूद दिखाया गया है। यह फोटो भले ही पुराना है लेकिन किट्टी घोटाले से शहर के हजारों परिवार प्रभावित हुए थे। घोटाले में दोनों आरोपी भाजपा की महिला नेत्री या और प्रत्याशी मदन कौशिक के खेमे से जुड़ी थी। वीडियो में संगीन मामलों में जेल जा चुके कुछ आरोपियों के फोटो भी मदन कौशिक के साथ मौजूद हैं।
दरअसल, कुछ दिन पहले कंबल कारोबारी अमित दीक्षित की हत्या में जेल गए कुख्यात संजीव जीवा के गुर्गे निक्की और विक्की ठाकुर का मदन कौशिक के साथ प्रचार के दौरान फोटो जमकर वायरल हुआ था। खास तौर से व्यापारियों को कई साल पुराने हत्याकांड की याद ताजा हो गई थी।
इस वीडियो में निक्की और विक्की के साथ मौजूद वाले मदन कौशिक के फोटो समेत एक हिस्ट्रीशीटर व गैंगस्टर के साथ भी उनका फोटो दिखाया गया है। साथ ही कुछ युवा इस वीडियो में गांजा पीते हुए और एक पूर्व पार्षद हाथ में शराब की बोतल लेकर नाचते हुए नजर आ रहे हैं।
इन पूर्व पार्षद और भाजपा नेता के घर से ही 4 दिन पहले आबकारी विभाग की एक टीम ने 15 पेटी शराब बरामद की थी। कुल मिलाकर मतदान में कुछ घंटे का समय बाकी है और हरिद्वार में आरोप-प्रत्यारोप की जंग बेहद धारदार और काटदार हो गई है। देखने वाली बात यह होगी कि इस प्रचार प्रसार का मतदाताओं पर कितना असर होता है।