पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तराखंड पुलिस के एक जवान को हरियाणा पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि सिपाही ने गैंग के साथ मिलकर यमुनानगर के एक व्यापारी को डरा धमकाकर धोखाधड़ी की।
पुलिस कप्तान डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने पुलिस की साख पर बट्टा लगाने वाले सिपाही को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। पूरे मामले पर जांच बैठा दी गई है। 2002 बैच का कांस्टेबल यशपाल ज्वालापुर कोतवाली से जुड़े मुकदमों के समन, वारंट आदि तामील कराने के लिए अक्सर दूसरे राज्यों में जाता रहता था।रविवार को सूचना मिली कि सिपाही को यमुनानगर में गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी लेने पर पता चला कि यमुनानगर के गांधीनगर थाने में किराना कारोबारी मोहित ने ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। बताया था कि जान पहचान के व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति से मिलवाया था। जिसने उसे 10 हजार रुपए के पांच-पांच सौ के नकली होने की बात कहकर बाजार में चलाने की बात कही थी। उसने नोट बाजार में चला दिए, तब फिर से मुलाकात के दौरान युवक ने उसे तीन लाख के बदले में नौ लाख के नकली नोट देने की बात कही थी। सौदा तय होने पर नकली नोट बताकर एक काले रंग का बैग उसे थमा दिया था। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने उसे पकड़ लिया था। डरा धमकाकर उससे वह उससे काले रंग का बैग व उसकी रकम लेकर फरार हो गए थे।
पीड़ित की शिकायत पर जब हरियाणा पुलिस ने जांच शुरू की तब गैंग के सात सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए। तब सामने आया कि ज्वालापुर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल यशपाल ही वह पुलिसकर्मी है, जिसने किराना कारोबारी केा झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी देकर गैंग के साथ मिलकर उसे ठगा था। पुलिस ने हरियाणा पहुंचे पुलिकसर्मी यशपाल को भी गिरफ्तार कर लिया। सिपाही की गिरफ्तारी से हरिद्वार की पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे मामले की जांच एएसपी ज्वालापुर रेखा यादव को सौंपी गई है।