धर्म-कर्महरिद्वार

निदा ने सात साल की उम्र में रोज़ा रखकर मांगी दुआएं..

पिछले दिनों 11 साल के बड़े भाई अदीब ने भी रखा था रोज़ा..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: तपती धूप और चिलचिलाती गर्मी में भी छोटे मासूम बच्चे रमजान माह के रोजे रखने में उत्साह दिखा रहे है। बच्चे रोजा रखने के साथ साथ इबादते इलाही और दुनियावी तालीम पर भी पूरा ध्यान दे रहे है। सात वर्षीय निदा ख्वाजा ने पहला रोजा रखा। रोजा रखने के साथ ही उसने अपने परिवार के साथ इबादत भी की। दोपहर बाद वालिदा के साथ काम में हाथ बटाया। अभी कुछ दिन पहले निदा के बड़े भाई 11 वर्षीय अदीब ख़्वाजा ने भी रोजा रखा था उसी से प्रेरणा लेकर निदा ने भी अपना पहला रोजा मुकम्मल किया है।ज्वालापुर शहर के हज्जाबान मोहल्ला निवासी मुर्शद ख्वाजा की 7 साल का बेटी निदा ख्वाजा ने भी पहला रोजा रखा। निदा ख़्वाजा शहर में बंजारा बिरादरी के सदर चौधरी मुस्तफ़ा ख्वाजा के छोटे भाई मुर्शद ख्वाजा की बेटी है। निदा ने परिवार के साथ पहले सहरी खाई उसके बाद रोजे की नीयत के साथ रोजा शुरू किया, चिलचिलाती धूप के कारण निदा को हल्की प्यास का अहसास हुआ लेकिन उसने खुदा की रजा के लिए रोजा मुकम्मल किया औऱ पूरे परिवार के साथ रोजा इफ्तार किया। निदा ने रोजा रखने के साथ-साथ पूरे दिन इबादत की और वालिदा के साथ घर के कामकाज में भी हाथ बटाया। निदा के रोजा रखने से घर में खुशी का माहौल है। इस मुबारक मौके पर घर में खास पकवान तैयार किए गए। निदा के बड़े पापा चौधरी मुस्तफ़ा ख्वाजा ने बताया कि यह बेहद खुशी की बात है कि बच्चे इबादत में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। निदा के रोजा रखने पर सबको इंतहाई खुशी हुई है। निदा के वालिद मुर्शद ख्वाजा और चाचा अरशद ख्वाजा ने बताया कि निदा ने 7 साल की उम्र में अपना पहला रोजा मुकम्मल किया है। रोजा रखने के साथ उसने पूरे दिन नमाज और तालीम के साथ घर के कामकाज में भी हाथ बटाया। निदा के दादा-दादी, चाचा-चाची समेत परिवार के सदस्यों ने रोजा रखने पर उसकी हौसला अफजाई करते हुए दुआओं से नवाजा है।

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