4 साल के मासूम को दरगाह के पास छोड़ गए बेरहम, पुलिस बनी फरिश्ता..
माँ-बाप ने ठुकराया, कलियर पुलिस ने अपनाया — इंसानियत की मिसाल बनी हरिद्वार पुलिस..

पंच👊नामा
पिरान कलियर: दरगाह साबिर पाक की पावन नगरी पिरान कलियर में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मासूम चार साल के यतीम बालक को दरगाह के पास बेसहारा छोड़ दिया गया। बच्चे की मासूम आंखें लगातार अपनों को ढूंढती रहीं, मगर कोई लेने नहीं आया। आखिरकार कलियर पुलिस ने आगे बढ़कर मानवीय मिसाल पेश करते हुए बच्चे को सुरक्षित अनाथ आश्रम पहुंचाया।गुरुवार (11 सितंबर) को पिरान कलियर थाना क्षेत्र में गश्त कर रहे हेड कांस्टेबल रविंद्र बालियां और हेड कांस्टेबल जमशेद अली की नजर दरगाह शरीफ के पास अकेले बैठे दिव्यांग मासूम पर पड़ी। पुलिसकर्मियों ने तुरंत बच्चे को थाने पहुंचाया और उसके परिजनों की तलाश शुरू की।
थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम लगातार दो दिनों तक बच्चे के माता-पिता या परिजनों के आने का इंतजार करती रही। साथ ही DCRB, SCRB और अन्य पोर्टलों के माध्यम से बच्चे की पहचान व सुपुर्दगी के हर संभव प्रयास किए गए, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
आखिरकार शनिवार (13 सितंबर) को सभी आवश्यक मेडिकल और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद पुलिस ने बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) हरिद्वार के समक्ष पेश किया, जहां से उसे अनाथ आश्रम हरिद्वार में दाखिल करवाया गया।
कलियर पुलिस की यह मानवीय पहल सिर्फ कानून पालन ही नहीं बल्कि इंसानियत की असली तस्वीर भी पेश करती है। जिस मासूम को अपने ही छोड़ गए, उसे थाने की गोद और पुलिस के साए में सहारा मिला। जनता ने भी इस नेक पहल पर कहा — ‘यह सिर्फ पुलिस नहीं, समाज की सच्ची रक्षक है।