“संविधान दिवस पर नैनीताल में भव्य आयोजन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार को मिला प्रदेश में दूसरा स्थान..

पंच👊नामा-ब्यूरो
नैनीताल/हरिद्वार: उत्तराखंड उच्च न्यायालय के तत्वावधान में उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से संविधान दिवस के अवसर पर नैनीताल में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यभर के जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के कार्यों की समीक्षा और सम्मान समारोह भी आयोजित हुआ, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार को उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य न्यायमूर्ति गुहानाथन नरेंद्र ने की। इसमें उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज तिवारी, न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी, पंकज पुरोहित, सुभाष उपाध्याय, आलोक मेहरा, रजिस्ट्रार जनरल योगेश गुप्ता, रजिस्ट्रार विजिलेंस सुबीर कुमार, एडवोकेट जनरल, नैनीताल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, सदस्य सचिव राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण प्रदीप मणि त्रिपाठी, उच्च न्यायालय लीगल सर्विस कमेटी के सचिव, सीजेएम नैनीताल, जनपद नैनीताल के सभी न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता तथा स्थानीय स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार को प्रदेश में द्वितीय सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला जिला विधिक सेवा प्राधिकरण घोषित किया गया। हरिद्वार को प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी प्रदान की गई। प्रथम स्थान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून तथा तृतीय स्थान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल को मिला। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार की ओर से बताया गया कि यह सम्मान वर्षभर की प्रभावी कार्यप्रणाली, वंचित वर्ग को सस्ता व सुलभ न्याय उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता और जनपद में संचालित निशुल्क विधिक सहायता कार्यक्रमों के लिए दिया गया है। इनमें लोक अदालत, स्थायी लोक अदालत, वैकल्पिक विवाद समाधान, नशा मुक्ति, सड़क सुरक्षा, महिलाओं, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और वंचित समुदायों के अधिकारों से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम शामिल रहे।
बताया गया कि जनपद न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेंद्र दत्त के मार्गदर्शन में अधिवक्ताओं, कर्मचारियों और अधिकार मित्रों की टीम के सामूहिक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई। जनपद न्यायाधीश ने सचिव सिमरनजीत कौर और उनकी टीम को बधाई देते हुए वर्षभर किए गए कार्यों की सराहना की। वर्ष 2025 में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार की ओर से 6203 जागरूकता शिविर, 14 रैलियां और 30 कार्यशाला व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। उत्तराखंड यौन अपराध और अन्य अपराधों से पीड़ित महिलाओं के लिए संचालित प्रतिकर योजनाओं के तहत 58 महिलाओं को लाभ मिला। विधिक सहायता कार्यक्रमों के अंतर्गत 8845 जरूरतमंद व्यक्तियों को निशुल्क सहायता प्रदान की गई।



