टिहरी जिले के एक साहब का हमराह हरिद्वार में संभाल रहा शराब के धंधे की कमान..
चर्चित मामलों में कई बार सस्पेंड हो चुका है धुरंधर, हिस्ट्रीशीटर से मिलाया हाथ, दोनों का साथ-दोनों का विकास..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: धर्मनगरी में अवैध शराब का धंधा यूं तो तमाम लोगों की रोजी-रोटी का जरिया बनता है। लेकिन विकासवादी नीति के चलते अब इसका विस्तार हो गया है। अगल-बगल के जिलों में तैनात खाकी के धुंरधर भी जिले की सीमाओं को लांघकर यहां विकास की नैया में गोते लगा रहे हैं। हरिद्वार के जरायम हल्कों में एक गर्मा-गर्म खबर तैर रही है।
जिसका ताअल्लुक टिहरी जिले से है। “पंच👊नामा… के अंडर कवर खबरी ने बताया है कि एक साहब का चर्चित हमराह हरिद्वार में एक हिस्ट्रीशीटर के बाएं हाथ के तौर पर धंधे की पूरी कमान संभाल रहा है। हिस्ट्रीशीटर चूंकि रजिस्टर्ड शराब माफिया है, इलाके का बच्चा-बच्चा उससे वाकिफ है, लिहाजा उसके नए पार्टनर को भी सब पहचान चुके हैं।
इसका एक कारण यह है कि चर्चित पुलिसकर्मी पहले हरिद्वार में बड़े साहब का हमराह रहा है। वैसे तो सिपाही प्रदेश के जाने-माने प्रकरण में भी कार्रवाई की जद में आ चुका है, इसके बाद हरिद्वार में तैनाती के दौरान भी उस पर कार्रवाई हुई थी। लेकिन चर्चित पुलिसकर्मी में एक क्वालिटी भी है।
वह जहां तैनात रहा है, सीधे साहब की अगल-बगल रहता है। अब टिहरी वाले साहब को इस बारे में कितनी जानकारी है ये तो वही जाने, पर हरिद्वार के जरायम पेशेवरों में टिहरी के पुलिसकर्मी की अच्छी खासी गूंज सुनाई पड़ रही है।
—————————————-
हरिद्वार में एक और धुरंधर की वापसी……
प्रदेश में धुंरधर पुलिसकर्मियों की कमी नहीं है। हम जिसकी बात कर रहे हैं, वो तो महा धुरंधर है। हरिद्वार मानो उसके लिए ऑक्सीजन है। ऊपर से सख्ती होने पर यदि पहाड़ चढ़ना भी पड़ जाए तो मजाल है कि कोई नियम उसे छह महीने से ज्यादा पर्वतीय जिले में रोक सका। चर्चित हैड कांस्टेबल कुछ महीनों में ही पैराशूट पकड़कर हरिद्वार लैंड कर लेता है। हर दो तीन साल में पैराशूट उड़ाता है तो प्रैक्टिस भी हो चुकी है, इसलिए पैराशूट पकड़कर उड़ान भरने और लैंड करने में ज्यादा परेशानी नहीं होती।
—————————————-
तिरछी नज़र की अगली किश्त में पढ़ें: रसिक कोतवाल और महिला दारोगा की प्रेम कहानी, अधीनस्थोें के लिए एक राजा और एक रानी….