नियाज़ ठेका प्रकरण: नौचंदी जुमेरात पर भी बाजार बंद, प्रबंधक को हटाने की ज़िद पर अड़े दुकानदार..
हरीश रावत, उमेश कुमार और फुरकान कर चुके ऊपर तक बात, अब ममता और वीरेंद्र जाति ने दिया समर्थन, मिला केवल आश्वासन..

पंच👊नामा
पिरान कलियर: जायरीनों की सहूलियत के लिए बनाया गया दरगाह दफ्तर ही जायरीनों की परेशानी का सबब बन गया, नौचंदी जुमेरात पर आई जायरीनों की भीड़ बाजार बंद होने से इधर-उधर भटकती नजर आई। खाने-पीने के सामान से लेकर अन्य जरूरत के सामान ना मिलने से जायरीनों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

दरअसल पिछले दो दिनों से स्थानीय दुकानदार दरगाह प्रबंधक के खिलाफ कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे है। दुकानदारों के धरने को समर्थन देने खानपुर विधायक उमेश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत धरनास्थल पहुँचे और आलाधिकारियों से बात की। इसके साथ ही स्थानीय विधायक हाजी फुरकान अहमद लगातार धरने पर डटे है। ब्रस्पतिवार को झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति और भगवानपुर विधायक ममता राकेश भी धरने को समर्थन देने धरनास्थल पर पहुँचे और दरगाह प्रबंधक की हिटलरशाही रवैये के खिलाफ जमकर बरसे।
इससे पूर्व विधायक उमेश कुमार व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आलाधिकारियों समेत सीएम धामी से इस मसलहे पर बात की। ब्रस्पतिवार तक कोई हल ना निकलने के कारण धरना जारी रहा, जिसमे कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शामिल रहे।
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क्या है पूरा मामला…..

दरअसल कुछ दिन पूर्व दरगाह कार्यालय से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी जिसमे नियाज़ (लंगर) बनाने वाली दुकानों के संबंध में टेंडर निकाला गया था। इसके विरोध में कुछ दुकानदार ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर दरगाह प्रबंधक रजिया खान को एक ज्ञापन सौंपकर टेंडर निरस्त करने की मांग की थी।

लेकिन टेंडर निरस्त ना करने पर मंगलवार की देर शाम स्थानीय दुकानदार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ दरगाह कार्यालय पहुँचे और कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने टेंडर निरस्त करने के साथ दरगाह प्रबंधक को प्रबंधक पद से हटाने की मांग शुरू कर दी। इसके विरोध में दरगाह क्षेत्र के समस्त दुकानदारों ने बाजार बंद का एलान किया, और इक्का दुक्का दुकान छोड़कर बाजार बंद कर दिया। मामले ने तूल पकड़ा तो अन्य नेताओं ने अपना-अपना समर्थन देते हुए प्रदर्शनकारियों के सुर में सुर मिलते हुए प्रबंध व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
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“नौचंदी जुमेरात पर उमड़ती है जायरीनों की भीड़…..
महीने की पहली जुमेरात (ब्रस्पतिवार) को पिरान कलियर में आने वाले जायरीनों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। दरगाह क्षेत्र के बाजार बंद होने से जायरीन खाने-पीने और अन्य जरूरी सामान के लिए भटकते नजर आए। इसके साथ ही कुछ गरीब तबका और भीख मांगकर गुजर बसर करने वाले लोग नियाज़ (लंगर) न बनने/मिलने के कारण परेशान हुए।
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“लोक डाउन के बाद पहली बार ऐसा नजारा…..
पिरान कलियर विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के चलते यहां दूर दराज से जायरीन आते है। कई दुकानें ऐसी है जो दिन-रात खुलती है, और जायरीन किसी भी समय अपनी जरूरत का सामान हासिल कर लेता है। इससे पूर्व लॉक डाउन में ऐसा नजारा इस धार्मिक स्थल पर नजर आया था जब तमाम दुकानें बंद हुई थी और उसके बाद अब लगभग दरगाह क्षेत्र की दुकाने बंद होने से लॉक डाउन की याद ताजा हुई है।
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“प्रबंधक की कार्यशैली सवालों में, पूर्व में भी देने पड़े है स्पष्टीकरण…?

ये पहला मामला नही है जब प्रबंधक की कारगुजारी से नाराजगी उतपन्न हुई है। इससे पूर्व भी ऐसे कई मामले सामने आचुके है जिसमे प्रबंधक को अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना पड़ा है, हालांकि वह मामले ज्यादा उजागर नही हो पाए, लेकिन कार्यशैली सवालों के घेरे में जरूर रही। इसके साथ ही दरगाह की आय को लेकर भी सवाल उठते रहे है।

पहाड़ी गेट व फ़व्वारा चौक की प्रसाद की दुकान की नीलामी नहीं होने से दरगाह को लाखों का नुकसान हो रहा है बताया जाता ही की पहाड़ी गेट की परसाद की दुकान दो करोड़ और फ़व्वारा चौक की दुकान तीस लाख वार्षिक किराये पर नीलाम होती है।
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“प्रबंधक के पति भाजपा नेता की दखलंदाजी……

आरोप है कि प्रबंधक रजिया के पति भाजपा नेता बेहरोज आलम उसने कार्य मे हस्तक्षेप करते है, और पूरा समय दरगाह कार्यालय में बिताते हैं। बताया ये भी जाता है कि ठेकेदारों से बातचीत करने के अलावा अन्य मसलों पर भी प्रबंधक पति की खूब भूमिका होती है। इसको लेकर विधायक उमेश कुमार ने सख़्त लहजे में प्रशासन को चेताया और चेतावनी दी कि प्रबंधक के कार्य में उनके पति की किसी भी तरह की दखलंदाजी बर्दाश्त नही की जाएगी।