पनचक्की की 150 साल पुरानी बिल्डिंग, मज़ार और अतिक्रमण पर चली जेसीबी..
जिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस प्रशासन की सयुंक्त टीम ने की कार्रवाई, गंगा किनारे से भी हटवाया अतिक्रमण..
पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
केएस चौहान, हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हरिद्वार में सोमवार को पुलिस-प्रशासन की सयुंक्त टीम ने मिलकर सिंचाई विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने खुद लालजीवाला क्षेत्र में लाल कोठी के पास पहुंचकर अतिक्रमण हटवाया। दूसरी तरफ, बहादराबाद अंग्रेजों के जमाने की लगभग 150 साल पुरानी पनचक्की की जर्जर बिल्डिंग को जिला प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया। साथ ही सिंचाई विभाग की जमीन पर बने मजार को हटवा दिया गया।बारिश के बीच जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अपनी टीम के साथ लालजीवाला क्षेत्र पहुंचे और अतिक्रमण चिह्नित करते हुए कार्रवाई कराई। गंगा किनारे टीनशेड का पूरा कमरा बनाया गया था। जिसमें ठहरने की उचित व्यवस्था से लेकर म्यूजिक सिस्टम तक लगा हुआ था। टीम ने रहने वालों से पूछा कि वह कहां के निवासी हैं। किसी ने पंजाब तो किसी ने हरियाणा का निवासी बताया। डीएम के निर्देश पर जेसीबी से अतिक्रमण हटवा दिया।
झुग्गी-झोपड़ी वालों को तीन मई तक जगह खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साफ निर्देश हैं कि एक इंच जमीन पर अतिक्रमण नहीं रहने दिया जाएगा। दूसरी तरफ, बहादराबाद में हाइवे पर रघुनाद मॉल के सामने की तरफ अंग्रेजी काल में पनचक्की बनाई गई थी। कई बरसों से यह पनचक्की बंद पड़ी है और उसकी बिल्डिंग भी जर्जर हो चुकी थी।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर एसडीएम पूरण सिंह, सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल व बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा की टीम मौके पर पहुंची और सबसे पहले मजार में रखे धार्मिक ग्रंथों सहित अन्य सामान को सुरक्षित निकलवा कर खादिम को सौंप दिया। इसके बाद प्रशासन और सिंचाई विभाग की टीम ने जर्जर भवन को जेसीबी से जमींदोज कर दिया। साथ ही मजार को भी हटवा दिया गया।
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“विरोध के बावजूद कार्रवाई……
बहादराबाद में मजार हटाने के दौरान सूफी संत फाउंडेशन के अध्यक्ष नौशाद शेख ने विरोध किया। उनका कहना था कि मजार सैकड़ों साल पुराना है। लेकिन पुलिस बल के सामने विरोध नहीं चल सका। एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने नौशाद शेख को मौके से हटा दिया। प्रशासन का दावा है कि यह धर्मस्थल साल 2009 में बना था। एसडीएम पूरण सिंह ने बताया कि पनचक्की के जर्जर भवन में अवैध रूप से एक धार्मिक स्थल का निर्माण भी कर लिया गया था। टीम ने स्थानीय निवासियों से वार्ता करने के बाद धार्मिक ग्रंथ सुरक्षित निकवालते हुए जर्जर भवन को गिराया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार रमेश चंद्र, कानूनगो सुरेंद्र सिंह और राजेंद्र सिंह, लेखपाल प्रवीण आर्य, उत्तराखंड सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता मंजू, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता नलिन वर्धन, जिलेदार संजय सचदेवा, बहादराबाद कस्बा चौकी प्रभारी अशोक सिरसवाल आदि मौजूद रहे।