
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार आम बात है लेकिन कोई बेशर्म होकर रिश्वत की मांगे और साथ में गाली गलौज भी करे तो सवाल उठने के साथ-साथ कार्रवाई होनी भी लाजमी हो जाती है। बहादराबाद वन चौकी पर तैनात एक “गालीबाज वन दारोगा के रिश्वत मांगते ऑडियो हरिद्वार में वन विभाग की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। ऑडियो में गालीबाज वन दारोगा न सिर्फ रिश्वत मांग रहा है, बल्कि मोल-भाव करता हुआ रिश्वत को सम्मान का नाम भी दे रहा है।
(नोट: आडियो में जहां-जहां गाली दी गई है, पाठकों की मर्यादा का ध्यान रखते हुए वहां साइलेंट किया गया है.)
उसकी बातचीत के लहजे से साफ है कि वह अक्सर ऐसे ही रिश्वत लेकर मामले रफा-दफा करता आ रहा होगा। अच्छी बात यह है कि डीएफओ धर्म सिंह मीणा ने एक ताजा लिखित शिकायत का तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपी वन दारोगा के खिलाफ जांच बैठा दी है।
(बाइट– शिकायतकर्ता:- इसरार)
वन दरोगा नंद किशोर पांडे का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में नंद किशोर पांडे लकड़ी कारोबारी से पेड़ काटने के बदले में जुर्माने के नाम पर 20 हजार की रिश्वत की मांग करते हुए सुनाई दे रहे है। इतना ही नहीं, वह ऑडियो में गालियां भी दे रहे है। हालांकि ये ऑडियो कुछ दिन पहले का बताया जा रहा है। लेकिन आज एक बार फिर इसी वन दारोगा का नया मामला सामने आया है। पीड़ित इसरार ने हरिद्वार डीएफओ धर्म सिंह मीणा को लिखित शिकायत पत्र देकर वन दारोगा नंद किशोर पांडे पर 10 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।
(बाइट–धर्म सिंह मीणा (डीएफओ हरिद्वार)
हरिद्वार डीएफओ धर्म सिंह मीणा का कहना है कि शिकायतकर्ता के आधार पर संबंधित दरोगा की जांच के लिए वन अधिकारी हरिद्वार को आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह जांच तीन दिन में पूरी कर ली जायेगी और अगर आरोप सही साबित होते है, दारोगा पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।