पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: डोसनी गांव निवासी एक ग्रामीण की शिकायत पर देहरादून से आई विजिलेंस टीम ने बसेड़ी गांव में स्थित चकबंदी कार्यालय पर एक चकबंदी लेखपाल को साढ़े सात हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।
करीब छह घंटे तक चली लिखा पढ़ी कार्रवाई के बाद विजिलेंस टीम आरोपित लेखपाल को अपने साथ देहरादून ले गई है।
लक्सर तहसील क्षेत्र के डोसनी गांव निवासी धर्मदास ने पिछले दिनों क्षेत्र में आई बाढ़ की बाबत अपने चकबंदी लेखपाल से मिलकर बताया था कि बाढ़ से उसकी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
आरोप है कि मुआवजे की एवज में चकबंदी लेखपाल ने उससे रिश्वत की मांग की थी। धर्मदास के मुताबिक चकबंदी लेखपाल ने उसका चेक बनाने की एवज में उससे साढ़े सात हजार रुपए देने की बात कही थी।
इस पर धर्मदास ने इसकी शिकायत लिखित तौर पर देहरादून विजिलेंस टीम से करते हुए बताया था कि हल्का लेखपाल द्वारा उसका चेक बनाने की एवज में उससे पैसे की मांग की जा रही है। उसकी शिकायत को विजिलेंस टीम ने गंभीरता से लिया और वह लगातार धर्मदास के संपर्क में रहे।
विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को धर्मदास से मिलकर चकबंदी लेखपाल को पैसे देने की योजना बनाई और उन्होने साढ़े सात हजार रुपए पर पाउडर लगाकर धर्मदास को दे दिए। इसके बाद विजिलेंस टीम भी बसेड़ी गांव में स्थित चकबंदी कार्यालय के आसपास पहुंच गई। जैसे ही धर्मदास ने चकबंदी लेखपाल वीरपाल सिंह को साढ़े सात हजार रुपए की नगदी थमाई तो इसी बीच विजिलेंस टीम मौके पर ही वीरपाल सिंह को पैसों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्होने उसके हाथ धुलवाए तो वह लाल हो गए। जिस पर टीम ने रिश्वत लेने के मामले की पुष्टि की। इस दौरान करीब छह घंटे की कार्रवाई के बाद टीम लिखा पढ़ी करने के बाद उसे देहरादून के लिए लेकर रवाना हो गई। विजिलेंस टीम के एक इंस्पेक्टर ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि आरोपी चकबंदी लेखपाल वीरपाल सिंह के घर पर भी विजिलेंस की एक टीम मामले की जांच कर रही है। छापामार कार्रवाई के दौरान मौके पर चकबंदी के अन्य अधिकारी कर्मचारी व कोतवाली पुलिस भी मौजूद रही।