आखिर कहां खर्च होती है आरएसएस के गुरु दक्षिणा कार्यक्रम की धनराशि, भैरव सेना प्रमुख ने मांगा हिसाब..
आरोप- लग्ज़री गाड़ियों में घूम रहे प्रचारक, विधायक खरीदकर बनाई जा रही सरकार..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भैरव सेना संगठन के जिला प्रमुख चरणजीत पाहवा ने संघ के गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में इकट्ठा की जाने वाली धनराशि को लेकर सवाल उठाए हैं। इस पैसे का हिसाब देने की मांग भी की है। मीडिया को जारी बयान में चरणजीत पाहवा ने कहा कि गुरु दक्षिणा कार्यक्रम से पूरे देश में इकट्ठा होने वाला धन किसके खाते में जाता है, कौन इस धन को इस्तेमाल करता है। यह बात सार्वजनिक होनी चाहिए। बताया जाना चाहिए इस धन से संघ ने हिंदुओं की कितनी गरीब लड़कियों की शादी कराई और कितने गरीब व्यक्तियों को घर बनाकर दिया है। कितने गरीब व्यक्तियों को रोजगार दिलवाया और कितने गरीब हिंदू बच्चों की फीस भरी है। कहा कि आग से झुलसने पर जब वह अस्पताल में भर्ती हुए तो कोई मदद संघ की ओर से नहीं की गई। जबकि मुस्लिम समाज ने 20 हजार रुपये की मदद की। पाहवा ने कहा कि धर्म की लड़ाई में उन्होंने अपना पूरा जीवन दांव पर लगाया। आज किराये के घर में रहने को मजबूर है। आरोप लगाया कि प्रचारक लग्जरी गाड़ियों में रहते हैं। समाज से इकट्ठा होने वाली धनराशि से विधायक खरीदकर सरकार बनाई जाती है। कहा कि हिंदू समाज के लिए मैं आग से खेला हूं।
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पाहवा के मन की बात….
आज मैं एक बात पूछना चाह रहा था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यह जो गुरु दक्षिणा कार्यक्रम पूरे देश में किए जाते हैं इसका उद्देश्य क्या है किस चीज के लिए यह धन इकट्ठा किया जाता है इस धन से क्या होता है और किसके खाते में जाता है कौन इस धन को इस्तेमाल करता है हमें पूछने का अधिकार है धर्म के नाम पर बिना बंदूक के यह लूट के पीछे इसका सरदार कौन है कौन सा कुआ भरा जा रहा है इन पैसों से आप बोलते हो धर्म रक्षा निधि किस धर्म में यह पैसा लगता है इन पैसों से घर भरे जा रहे हैं अपने संघ ने कितने गरीब लड़कियों की शादी कराई इन पैसों से कितने गरीब व्यक्तियों को घर बना कर दिया कितने गरीब व्यक्तियों को रोजगार दिलवाया इन पैसों से कितने बच्चों की फीस भरते हैं इन पैसों से कितने बच्चों को आप किताबे देते हो आप इन पैसों से कौन सी ऐसी लड़ाई लड़ रहे हो जो हमें नहीं पता जो पिछले 26 वर्षों से हम लड़ रहे हैं हमारा तो अपना घर बिक गया आज हमारे प्रचारक संघ के अधिकारी फोर व्हीलर गाड़ियों में घूमते हैं एसीकोठियों में रहते हैं बच्चे इनके विदेशों में पढ़ते हैं पैसा हिंदू समाज को देने में कोई एतराज नहीं लेकिन पैसा जा कहां रहा है इसका पूछने का हक अधिकार भी हमें है क्या इन पैसों से सरकारी इधर-उधर होती है क्या इन पैसों से विधायक खरीदे जाते हैं आप बोलते हो यह धर्म रक्षा निधि है अगर धर्म रक्षा निधि है तो जब मैं जल गया था दो हजार अट्ठारह में हरिद्वार की गरिमा बनी रहे जिसके कारणहॉस्पिटल में पढ़ा था आप लोगों ने तो मेरा बिल भी नहीं दिया मेरा बिल पुलिस प्रशासन ने दिया था साडे ₹700000 हॉस्पिटल का मेरे घर में कौन सा आटा डाल दिया आप लोगों ने मैं संघ कार्यालय गया था कि मेरी मदद की जाए आपने तो मेरी कोई मदद नहीं की जबकि जब मैं जल गया था मुस्लिम समाज द्वारा मुझे ₹20000 इकट्ठा करके देखे थे यह आप लोगों के लिए शर्म की बात पर डूब मरने की बात है आप हिंदू समाज को गुमराह करते हो कौन सीहिंदू समाज कीसेवा ही करते हो मैं भी तो इतने बरसों से धर्म की लड़ाई लड़ रहा हूं मेरे पास ₹5000 की चल अचल संपत्ति दिखा दो साबित कर दो मैं सारी जिंदगी आप लोगों की गुलामी करूंगा आज तक मैं मोटरसाइकिल नहीं खरीद पाया कोर्ट कचहरी, इतने मेरे पर धार्मिककेस लगे मेरा मकान दुकान बिक गया आज अपने बच्चों को लेकर में दर-दर भटक रहा हूं इस धर्म रक्षा निधि से आपने मेरी कौन सी सहायता की मुझे मत बताओ हिंदू समाज को बताओ जिनको आप लूट रहे हो मैं माननीय मोदी जी को एक पत्र लिखूंगा और राष्ट्रपति जी को भी पत्र लिखूंगा इमानदारी से जितने भी प्रचारक हमारे रहे यह संघ के पदाधिकारी हैं इनकी भी ईडी द्वारा संपत्तियों की जांच कराई जाए हिंदू समाज के पैसों से हाई-फाई कार्यालय बन गए पहले यह लोग एक विधानसभा में एक एक ही जगह धर्म रक्षा निधि का कार्यक्रम करते थे अब एक विधानसभा में 50 जगह कार्यक्रम करते हैं अब हिंदू समाज अंदाजा लगाएं कि पूरे हिंदुस्तान में कितना पैसा हर साल इनकी तिजोरी ओ में जाता है इनके 20 साल पहले इनके पास क्या था और आज क्या है और यह पैसा किस खाई में उतारते हैं इसकी भी जांच कराओ और हिंदू समाज के लिए आप लोगों ने क्या किया आप भी बताओ क्योंकि मैं यह पूछ सकता हूं कि कि मैंने अपने धर्म के लिए कार्य किए मैं आपको बता सकता हूं मैंने क्या-क्या कार्य किए मेरे पास एक ईट की कीमत की जगह नहीं है दो बार मेरे पर जानलेवा हमला हुआ अभी 3 महीने पहले जान के महीने में पुलिस प्रशासन द्वारा मुझे दो गनरदेने का पत्र मिला मैंने लिखित में मना कर दिया कि मैं गरीब व्यक्ति हूं किराए के मकान में रहता हूं मैं नहीं रह पाऊंगा मुझे राजनीति नहीं करनी मुझे फ्री में मिल रहे थे गनर लेकिन मैंने मना कियाऔर मैंने करोड़ों रुपए की संपत्तियां जो अवैध कब्जे थे मैंने सरकार को दिलवाए जैसे कि रोशनाबाद कोर्ट के सामने की जमीन ऐसे ना जाने कितनी जमीन है मैंने खाली कराई कोई साथ ना दे मेरा चलना मुझे आता है अपने धर्म के लिए मुझे लड़ना मुझे आता है मैं आग से खेला हूं जलना मुझे आता है अंधभक्त मुझे ज्ञान ना दें क्योंकि सच बहुत कड़वा होता है और सभी भाइयों से एक पर आता है कि हां या ना का जवाब जरूर दें मैं सच बोल रहा हूं या झूठ आपको राम जी की कसम होगी मैं चरणजीत पावा भैरव सेना संगठन जिला अध्यक्ष हरिद्वार