राहत अंसारी/जर्नलिस्ट
पंच👊नामा-हरिद्वार: चुनाव में मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर बयान को लेकर हरीश रावत पहले भाजपा के निशाने पर आए तो नतीजों के बाद अपनों से ही घिर गए। हरीश रावत ने दो दिन पहले ही झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की। हरीश रावत के बाद उनकी बेटी व हरिद्वार ग्रामीण सीट से विधायक चुनी गई अनुपमा रावत के नाम पर भी झूठ फैलाने का मामला सामने आया है।
एक पोस्ट तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिस पर अनुपमा रावत ने नाराजगी जताते हुए छवि बिगाड़ने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है और अनुपमा की ओर से उनके समर्थकों ने फेरुपुर पुलिस चौकी में तहरीर दी है।
तहरीर में अनुपमा रावत ने कहा कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए कुछ अज्ञात लोगों की ओर से सोशल मीडिया व व्हाट्सएप में निहायत झूठा संदेश चलाया जा रहा है कि मेरे द्वारा यह कहा गया है कि कांग्रेस की निर्वाचित जीती हुई विधायक श्रीमती अनुपमा रावत ने हिंदुओं के मुंह पर मारा जोरदार तमाचा और कहा कि मैं केवल मुस्लिम वोटों से जीती हूं हिन्दुओं के वोटों से नहीं, साथ में यह भी कहा गया है कि मैंने यह बयान धनपुरा में दिया है। इस वायरल संदेश के बारे में मुझे अपने कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि मेरे विरुद्ध उक्त झूठा प्रचार सोशल मीडिया व व्हाट्सएप में चलाया जा रहा है, इस वायरल संदेश से मेरी छवि धूमिल हो रही है। मैं सर्व समाज से प्राप्त आर्शीवाद स्वरूप वोटों से जीती हूं। यह दुष्प्रचार सामाजिक विद्वेष फैलाने के लिये कतिपय पराजित मानसिकता के लोगों द्वारा फैलाया जा रहा है। वहीं, फेरुपुर चौकी प्रभारी चरण सिंह चौहान ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।