पंच 👊नामा ब्यूरो
देहरादून: रिटायर्ड शिक्षक की हत्या करने के बाद शव बोरे में डालकर नदी में फेंकने वाला पुराना दोस्त ही निकला। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। डीआईजी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने देहरादून में पत्रकार वार्ता कर बताया कि रिटायर्ड शिक्षक की हत्या संपत्ति विवाद में हुई थी। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 30 अगस्त की शाम सुभाष चंद्र शर्मा निवासी जीवनवाला डोईवाला घर से निकले लेकिन दोबारा घर नहीं लौटे। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और कॉल डिटेल रिकॉर्ड सहित सीसीटीवी फुटेज खंगाले। छानबीन में पता चला कि सुभाष चंद्र शर्मा अपने दोस्त विजय जोशी निवासी जीवनवाला के घर गए थे। सुभाष चंद्र शर्मा से पहले ही वहां दो लोग मोटरसाइकिल पर आए थे। पड़ताल में सामने आया कि विजय जोशी और सुभाष चंद्र शर्मा पुराने दोस्त थे। विजय जोशी ने सुभाष चंद्र शर्मा का एक प्लाट धोखे से अपने नाम कर दिया था। सुभाष चंद्र का विजय जोशी के ऊपर चार पांच लाख रुपए उधार भी था और सुभाष चंद्र लगातार विजय जोशी पर रुपए वापस करने का दबाव बना रहा था। 14 सितंबर को लापता सुभाष चंद्र शर्मा का शव सौंग नदी के नारे से बरामद हुआ। पुलिस ने वीरेंद्र उर्फ रविंद्र निवासी खैरीकला नेपाली फार्म श्यामपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। डीआईजी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने बताया कि सुभाष चंद्र शर्मा का गला दबाकर हत्या करने के बाद शव बोरी में डालकर सॉन्ग नदी में फेंकने वाले विजय जोशी और वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।सतपाल निवासी खैरी कला नेपाली फार्म की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
