सिलिक्यारा के बाद अब हरिद्वार में सुरंग से मचा हड़कंप, दुकानदार ने खोखे के अंदर खोद डाला पहाड़..
वन विभाग और टाइगर रिजर्व प्रशासन को भनक तक नहीं, पुलिस की सक्रियता से बचा सिलिक्यारा जैसा हादसा..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तरकाशी के सिलिक्यारा में 41 श्रमिकों के सुरंग में फंसने का मुद्दा देश विदेश तक सुर्खियों में छाया रहा। अब हरिद्वार में पहाड़ की एक सुरंग से हड़कंप मच गया। मामला हरकी पैड़ी क्षेत्र में सामने आया। एक दुकानदार ने अपने खोखे के अंदर ही अंदर पहाड़ को खोदकर सुरंग बना डाली। ऐसा बताया जा रहा है कि वह खोखे की आड़ में अंदर ही अंदर दुकान बनाने की जुगत में था। भनक लगने पर पुलिस खोखे के अंदर पहुंची तो सुरंग देखकर होश फाख्ता हो गए। हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी संजीव चौहान ने दुकानदार को जमकर फटकार लगाई। मामले की सूचना वन विभाग और रिजर्व पार्क के अधिकारियों को भी दी गई। हालांकि, विभाग ने फौरी तौर पर कोई एक्शन नहीं लिया। यह मामला चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है।
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हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी संजीव चौहान को सूचना मिली कि हरकी पैड़ी के समीप पहाड़ किनारे रखे गए खोखे के भीतर गुपचुप सुरंग खोदी जा रही है। ताकि उसे गहरी कर पहाड़ के अंदर दुकान बनाई जा सके। सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी संजीव चौहान मौके पर पहुंच गए और दुकानदार से पहाड़ खोदने की अनुमति मांगी। जिस पर वह बगलें झांकने लगा। दुकानदार की कारगुजारी यहीं तक नहीं रुकी, उसने पहाड़ को निजी संपत्ति बताकर खोदने का कुतर्क भी पुलिस को दिया। लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। तब चौकी प्रभारी संजीव चौहान ने उसे आड़े हाथों लेते हुए जमकर डांट लगाई और काम बंद करने की हिदायत दी। मामले की सूचना वन विभाग और टाइगर रिजर्व प्रशासन को भी दी गई। हैरानी की बात यह है कि खोखा मालिक ने पहाड़ काटकर अंदर ही अंदर दुकान बनाने की पूरी तैयारी कर ली, लेकिन विभाग को भनक तक नहीं लगी। समय रहते पुलिस हरकत में न आती तो पहाड़ के अंदर खुदाई से कोई हादसा भी हो सकता था। शहर कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला ने बताया कि फिलहाल कार्य रुकवा दिया गया है। संबंधित विभाग की ओर से लिखित शिकायती मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।