हादसे में 6 युवक-युवतियों की मौत के बाद डीएम ने देर रात तक शराब परोसने वाले बार व पब सेंटरों पर मारे छापे..
रात 11 बजे के बाद तक शराब के शौकीनों से गुलजार मिले पब और बार, डीएम ने दिए एफआईआर और सील करने के निर्देश..
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: राजधानी में भीषण सड़क हादसे में 6 युवक युवतियों की मौत के बाद शासन प्रशासन हरकत में आ गया। देर रात तक शराब परोसे जाने की शिकायत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिलाधिकारी सविन बंसल खुद अपनी सरकारी फॉर्च्यूनर कर चला कर छापेमारी करने निकल पड़े।
अलग-अलग इलाकों में छापेमारी के दौरान रात 11 बजे के बाद तक कई पब और बार शराब के शौकीनों से गुलजार मिले। जिस पर डीएम ने पब और बार संचालकों के खिलाफ एफआईआर और सीलिंग की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आधी रात हुई छापेमारी से राजधानी में हड़कंप मचा रहा।गौरतलब है कि देहरादून में रविवार देर रात ओएनजीसी चौक के पास एक इनोवा कार कंटेनर में जा घुसी थी। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि कंटेनर के नीचे घुसने के बाद वह नजदीक एक पेड़ से जाग टकराई। कार का बोनट और ऊपर का हिस्सा कंटेनर के पीछे के हिस्से में चिपका रह गया। इस हादसे में कार सवार 6 युवक-युवतियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। मृतकों के शव बुरी तरह छत विक्षत हो गए। जबकि ड्राइवर के बगल वाले सीट पर बैठे युवक और उसके ठीक पीछे बैठी युवती के सिर भी धड़ से अलग सड़क पर पड़े मिले। यह भी वीभत्स नजारा देखकर हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया। अकाल मौत का शिकार हुए सभी युवक-युवतियां एक ही शिक्षण संस्थान में पढ़ते थे और आपस में दोस्त थे। उत्तराखंड के लोक पर्व इगास के दिन हुए इस हादसे ने राजधानी देहरादून ही नहीं, पूरे उत्तराखंड को हिला कर रख दिया। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शिकायत मिली कि राजधानी में कई बार और पब सेंटरों में देर रात तक शराब परोसी जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर देर रात जिलाधिकारी सविन बंसल ने राजपुर रोड चकराता रोड आदि इलाकों में छापेमारी की। कई जगहों पर देर रात तक लोग शराब पीते और पिलाते मिले। जिलाधिकारी के खुद छापेमारी के लिए निकलने पर पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मचा रहा। डीएम ने देर रात तक बार व पब सेंटर खोलकर शराब पिलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और सीलिंग की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के साथ-साथ अपर जिला अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट और कई उप जिलाधिकारियों ने भी अपने-अपने इलाकों में छापे मारे।