
पंच👊नामा
नितिन गुड्डू/गोल्डन भाई, हरिद्वार: पंचायत चुनाव में हार के बाद कांग्रेस और बसपा कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने विधायकों को निशाने पर ले लिया है। वहीं भाजपा ने भले ही पूरे जिले में अपना परचम लहराया हो, लेकिन खानपुर ब्लॉक में उसका खाता भी नहीं खुला।

भाजपाइयों का कहना है कि खानपुर में कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने उनकी लुटिया डुबोई है। हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की सभी सीटें हारने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनुपमा रावत को कोसना शुरू कर दिया है।

जिला पंचायत में लगातार बेताज बादशाहत करने वाली बसपा 5 सीटों पर सिमट कर रह गई है। बसपा प्रत्याशियों की हार को लेकर कार्यकर्ताओं ने लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद पर निशाना साधा है।

प्रत्याशियों के समर्थकों ने फेसबुक पर अपनी भड़ास निकाली और हार का ठीकरा विधायकों के सर पर फोड़ा है। दूसरी तरफ दादूपुर गोविंदपुर में प्रधान पद पर हार जीत के बाद दो पक्षों में हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली है।पंचायत चुनाव में इस बार कांग्रेस और बसपा को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ रहा है। जबकि शहर की पार्टी कही जाने वाली भाजपा ने राज्य बनने के बाद पहली बार पंचायत चुनाव में मैदान मार लिया है। हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस से एक भी सीट नहीं निकाल पाई है। ऐसा बताया गया है कि यहां टिकटों के आवंटन में अनुपमा रावत ने किसी की नहीं सुनी।
क्षेत्र में दमदार पकड़ रखने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी की भी अनदेखी की गई। जिसका नतीजा यह निकला कि विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। जबकि राजीव के कई करीबी प्रत्याशियों ने जिला पंचायत और बीडीसी पद पर जीत दर्ज कराई है। ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर के क्षेत्र से 2 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज कर पार्टी की इज्जत बचाने का काम किया है। कांग्रेस के बाकी विधायक अपने क्षेत्रों में कोई ख़ास करिश्मा नहीं कर पाए। वहीं बसपा हमेशा से पंचायत की राजनीति में किंग मेकर रही है, लेकिन इस बार उसका दाम उल्टा पड़ गया। सबसे कम उम्र का प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद भी पार्टी कोई करिश्मा नहीं कर सकी ।
इससे यह माना जा रहा है कि हरिद्वार में बसपा अब पंचायत की राजनीति में भी अपना जनाधार खो चुकी है। वही पंचायत की राजनीति में चैंपियन बनकर उभरी भाजपा ने पूरे जिले में अव्वल प्रदर्शन किया, मगर कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के क्षेत्र खानपुर ब्लॉक में जबरदस्त शिकस्त खाई है। खानपुर विधायक उमेश कुमार की बढ़ती लोकप्रियता को भी इसका एक कारण माना जा रहा है। कुल मिलाकर अभी तक अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे प्रत्याशी और उनके समर्थक अब अपनी हार का ठीकरा विधायक और पूर्व विधायकों के सर पर पड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि इन आरोपों में कई जगह सच्चाई भी है और कई सीटों पर विधायकों और पूर्व विधायकों ने पार्टी समर्थित प्रत्याशी से बजाए अन्य प्रत्याशियों को समर्थन किया। इतना ही नहीं कुछ विधायकों ने तो पार्टी समर्थित प्रत्याशी के सामने बाकायदा अपने प्रत्याशी तक उतारे हुए थे। देखना होगा कि आरोप-प्रत्यारोप की यह जंग अब क्या मोड़ लेती है।
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दादूपुर के झगड़े में 12 नामजद…
हरिद्वार: चुनाव परिणाम आने के बाद दादूपुर गोविंदपुर में प्रधान वसीम पक्ष और प्रत्याशी मुनव्वर हसन पक्ष के बीच मारपीट के मामले में पुलिस ने क्रॉस रिपोर्ट दर्ज कर ली है। दोनों तरफ से हुए मुकदमे में कुल 8 लोगों को नामजद किया गया है। मुकदमे में जानलेवा हमले की 307 समेत मारपीट बलवा आदि धाराएं लगाई गई हैं। रानीपुर कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार ने बताया कि मामले में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान रेशमा जहां की तहरीर पर वाजिद उर्फ भोला, असलम कुरेशी, मुनव्वर हसन, बिट्टू, मोनू, खालिद, माजिद अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, माजिद निवासी दादूपुर की ओर से दानिश, खुर्शीद, दिलशाद और वसीम को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है। बताया कि दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।