सुबह ग्रामीणों से पत्थर खाने के बाद शाम को ऊर्जा निगम की हठधर्मिता, स्टे के बावजूद काट दिया कनेक्शन..
होटल मालिक से मिलीभगत कर स्टे के बावजूद दिखाई हिमाकत, चोर की तरह पीछे के रास्ते से होटल में घुसा लाइनमैन, दर्ज होगा मुकदमा..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कभी रिश्वतखोरी तो कभी पैसा लेकर अनाधिकृत कॉलोनियों में लाइन खींचने के मामले में चर्चाओं में रहने वाले ऊर्जा निगम को बुधवार की सुबह भगवानपुर क्षेत्र में ग्रामीणों की पत्थरबाजी का शिकार होना पड़ा। शाम होते-होते ऊर्जा निगम ने बहादराबाद क्षेत्र में नया ही कारनामा कर डाला। लीजधारक का उत्पीड़न करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे एक होटल मालिक से मिलीभगत कर ऊर्जा निगम ने स्टे के बावजूद कनेक्शन काट डाला।

हैरत की बात यह है कि कनेक्शन काटने के लिए चोर जैसी हरकत की गई। पीछे के रास्ते दीवार फांदकर लाइनमैन अंदर घुसा और आनन-फानन में कनेक्शन काट दिया। कोर्ट के स्थगन आदेशों की प्रमाणित प्रतिलिपि सहित पूरे मामले की जानकारी ऊर्जा निगम के आला अधिकारियों को थी।

लेकिन एसडीओ सहित अन्य अधिकारियों ने हठधर्मिता दिखाते हुए कोर्ट के आदेशों को ही ठेंगा दिया दिया। पीड़ित लीजधारक अब ऊर्जा निगम के अधिकारियों के खिलाफ अवमानना का केस दायर करने की तैयारी है।

साथ ही गलत तरीके से होटल में घुसने वाले लाइनमैन व अन्य के खिलाफ बहदराबाद थाने में लिखित शिकायत दी है।
—————————————-
चार दिन पहले सौंपे थे पूरे दस्तावेज…….

बहादराबाद के लज्जा होटल का मालिक नए-नए हथकंडे अपनाते हुए लीजधारक का उत्पीड़न करता आ रहा है। फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही कई विभागों में फर्जी और भ्रामक शिकायतें करते हुए लीजधारक का मानसिक व आर्थिक उत्पीड़न किया गया। इतना ही नहीं, ग्राहकों को गुमराह कर बुकिंग कैंसल कराते हुए 50 लाख से अधिक का नुकसान भी किया जा चुका है।

मालिक ने कुछ दिन पहले होटल का विद्युत कनेक्शन काटने की साजिश रच डाली। इसके लिए कोर्ट के आदेशों को भी ठेंगे पर रख दिया गया। ऊर्जा निगम की टीम पहले भी दो बार कनेक्शन काटने होटल पहुंची। लीजधारक कंपनी की ओर से देवेंद्र सिंह राघव ने स्टे की जानकारी देने के साथ ही चार दिन पहले कोर्ट के आदेशों की प्रमाणित प्रतिलिपि भी विभाग को उपलब्ध कराई थी।

इसके बावजूद बुधवार को ऊर्जा निगम की टीम ने दुस्साहस करते हुए कनेक्शन काट डाला। इस मामले में पीड़ित देवेंद्र सिंह राघव का कहना है कि होटल मालिक के साथ मिलीभगत करते हुए ऊर्जा निगम ने कोर्ट के आदेशों को दरकिनार किया है।

मालिक और ऊर्जा निगम के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में अवमानना का मुकदमा दायर किया जाएगा। बताया कि लाइनमैन पीछे के रास्ते से दीवार फांदकर होटल में घुसा है। जो सरासर गलत और कानून के खिलाफ है। लाइनमैन व उसे भेजने वाले संबंधित अधिकारी के खिलाफ पुलिस में भी तहरीर दी गई है।
—————————————-
लगातार हो रहा लीजधारक का उत्पीड़न……

लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव ने बताया कि उनकी कंपनी दीपिका इवेन्टस प्राइवेट लिमिटेड ने होटल मालिक गौरव जैन से लीज एग्रीमेन्ट दिनांक 27.07.2021 को 7 वर्ष की अवधि के लिए किया था। आरोप लगाया कि होटल मालिक इससे पहले ही होटल खाली कराने का दबाव बनाने लगा। लीज एग्रीमेंट के आधार पर मूलवाद सं० 192/2023 दीपिका इवेन्टस प्रा०लि० बनाम गौरव जैन आदि में न्यायालय सिविल जज (एस.डी) ने उन्हें स्टे दिया हुआ है। जिसमें गौरव जैन का पिता महेश जैन पक्षकार है।

स्टे की जानकारी होने के बावजूद ऊर्जा निगम ने गलत तरीके से कनेक्शन काट दिया। जबकि न्यायालय का स्टे आदेश के प्रभावी रहने के दौरान सम्पत्ति में हस्तक्षेप करना या उसमें लगे विद्युत मीटर को विच्छेदित किया जाना न्यायोचित नही है, बल्कि कोर्ट के आदेश की अवमानना है। पहले भी दो बार ऊर्जा निगम की टीम होटल पहुंच चुकी है।

बताया कि इससे पहले गौरव जैन व महेश जैन कई ग्राहकों को गुमराह कर शादी पार्टी की बुकिंग कैंसल कराते हुए लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचा चुके हैं। जबकि होटल में कार्यक्रम को लेकर कोई विवाद या संकट की स्थिति नहीं है। कोर्ट से उन्हें स्टे आदेश मिला हुआ है।

यह भी बताया कि आरोपियों के खिलाफ शिकायत पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की जा रही है। उत्पीड़न के खिलाफ हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। ऊर्जा निगम के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।