नाबालिग से कुकर्म, लूट और फायरिंग के आरोप, नतीजा सिफर..
पीड़ित परिवार ने मीडिया के सामने सुनाया दर्द, आखिर कौन बन रहा आरोपियों की ढाल, पुलिस पर सवाल
पंच👊नामा-ब्यूरो
रुड़की: नाबालिग से कुकर्म और उसके बाद लूट, आगजनी, मारपीट, फायरिंग जैसे गम्भीर आरोपो के बाद भी पुलिस से इंसाफ नही मिला, पीड़ित परिवार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया लेकिन महीना भर बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई। पुलिस से इंसाफ ना मिलने पर पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और प्रेस कांफ्रेंस कर आपबीती बताई। पीड़ित परिवार का कहना है कि कुछ दबंग किस्म के लोग उनकी जान के दुश्मन बन हुए है, पहले उनके नाबालिग बच्चे के साथ कुकर्म किया गया, जब इस बात की जानकारी हुई तो कार्रवाई ना करने की धमकी देते हुए घर पर आगजनी, लूट, मारपीट और फायरिंग की गई। पीड़ित परिवार ने जब-जब घटना घटी तब-तब पुलिस कंट्रोल रूम से सूचित किया, बाकायदा सूचना पर पुलिस मौके पर भी पहुँची लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नही किया गया। पीड़ित परिवार पिछले करीब तीन माह से पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है, लेकिन इंसाफ नही मिल पाया। अब पीड़ित परिवार ने मीडिया से इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।
रुड़की एसडीएम चौक स्थित एक होटल में चहन सिंह पुत्र धीरसिंह निवासी राजविहार कॉलोनी ढंढेरा थाना सिविल लाइन ने अपने परिवार के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि करीब साढ़े तीन माह पूर्व उसके नाबालिग बेटे के साथ उसके एक जान पहचान वाले ने कुकर्म किया था, जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने कार्रवाई करने की बात कही, तब आरोपी अपने साथियों के साथ पीड़ित के मकान पर पहुँचा और कार्रवाई ना करने की धमकी देते हुए मारपीट की, चहन सिंह व उसकी पत्नी ने बताया कि आरोपियों ने लूट, मारपीट, आगजनी और फायरिंग तक कि ये घटना अलग-अलग समय पर की गई, जब-जब घटना हुई तब-तब पीड़ित परिवार ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। उन्होंने बताया पुलिस सूचना पर मौके पर आई लेकिन कोई कार्रवाई नही की। चहन सिंह ने बताया उन्होंने इसकी गुहार थाना पुलिस से लेकर पुलिस के उच्चाधिकारियों तक से की, शिकायत सीएम पोर्टल पर भी की गई लेकिन कोई इंसाफ नही मिल पाया। उन्होंने बताया इसके बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन अब जांच की बात कहकर टाला जा रहा है। अभी तक न तो आरोपियों से पूछताछ की गई और न ही कोई कार्रवाई, पुलिस से इंसाफ ना मिलने पर पीड़ित परिवार मीडिया से रूबरू हुआ और इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई। पुलिस कप्तान डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इस पूरे मामले की जानकारी सहित रिपोर्ट ली जाएगी, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी
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राजनीतिक संरक्षण……
पीड़ित परिवार ने आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिलने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है। गम्भीर आरोपो के बाद भी पुलिस ने कोई संतोषजनक कार्रवाई नही की है।
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पीड़ित परिवार के मुताबिक़…
पीड़ित परिवार के मुताबिक बच्चे से साथ कुकर्म की घटना 5 फरवरी को हुई, जिसके बाद 12 फरवरी को उन्हें इसकी जानकारी मिली, 18 फरवरी को आरोपी घर पर आए और मारपीट की घटना को अंजाम दिया, 20 फरवरी को आरोपियों ने लूट की वारदात की और 22 फरवरी को घर पर आगजनी की गई, इसके बाद 23 फरवरी को जब परिवार अपने मकान की छत पर टहल रहा था तब आरोपियों पर फायरिंग करने का आरोप है।