गजब हाल: निजी काम में इस्तेमाल हो रही नगरपालिका के सरकारी जेसीबी, उठे सवाल..
वीडियो से पोल खुलने पर एक दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे अधिकारी और जनप्रतिनिधि..

पंच👊नामा
शमीम अहमद, मंगलौर: सरकारी बजट खर्च कर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए मंगाई गई मशीनें अगर निजी कार्यो के लिए इस्तेमाल की जाए तो सवाल उठना लाजमी है। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है मंगलौर नगरपालिका में, जहां पालिका की जेसीबी मशीन को निजी काम के लिए इस्तेमाल किया गया। बिडम्बना ये है कि मशीन से निजी काम लेने का मामला अधिकारियों तक को नही पता, सूत्र बताते है कि निचले कर्मचारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के कहने पर जेसीबी मशीन को प्राइवेट काम के लिए ले जाते है, और काम पूरा होने पर वापस पालिका में लाकर खड़ा कर देते है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलौर नगरपालिका की जेसीबी मशीन को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के कहने पर कर्मचारी एक कॉलोनी में ले गया जहां जेसीबी से निजी काम लिया गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जेसीबी को कॉलोनी के एक प्लॉट में लगाई गई है, जहां जेसीबी से खुदाई की गई, पास ही एक ट्रेक्टर ट्राली भी खड़ी है।
सूत्रों की मानें तो जेसीबी मशीन को प्राइवेट काम मे इस्तेमाल किया गया, जिसकी जानकारी नगरपालिका के अधिकारियों को नही है। ऐसे में सवाल उठता है कि सरकारी कामों के लिए लिए गए यंत्र अगर निजी कार्यो में इस्तेमाल होंगे तो ये सरकारी धन का सीधे सीधे दुरुपयोग है।
इस संबंध में नगरपालिका चेयरमैन प्रतिनिधि डॉ शमशाद का कहना है कि जेसीबी एक सभासद ने मंगवाई थी, लेकिन हमें इस बारे में कोई जानकारी नही है। वही नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी मौ. कामिल का कहना है कि जेसीबी से निजी कार्य करने का मामला उनके संज्ञान में नही है, इस पूरे मामले की जांच की जाएगी, और जांच के बाद ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।