
पंच👊नामा-ब्यूरो
उधमसिंहनगर: जसपुर के अमियावाला की 14 साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत और उसकी हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया है। घर से चंद कदम दूर गन्ने के खेत में उसका लहूलुहान शव मिला। धारदार हथियार से कई वार किए गए और हाथ तक तोड़ डाला गया। शक गहरा है कि हत्या से पहले दुष्कर्म हुआ। इस निर्मम कांड ने गांव ही नहीं, पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है।गुस्साए ग्रामीणों ने जसपुर-काशीपुर हाईवे जाम कर दिया। अस्पताल में भी जमकर हंगामा हुआ। हालात बिगड़ते देख बाजपुर तक से पुलिस बल बुलाना पड़ा। रात ग्यारह बजे भारी मशक्कत के बाद ग्रामीणों को हटाया जा सका। ग्रामीणों की जिद थी कि पोस्टमार्टम पैनल और वीडियोग्राफी में हो। दबाव के आगे प्रशासन झुका और पोस्टमार्टम हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों के पैनल से कराने का फैसला लिया।
फॉरेंसिक टीम भी शामिल रहेगी ताकि जांच पर कोई सवाल न उठ सके। इसी बीच भावनाओं को देखते हुए प्रशासन ने एक और बड़ा कदम उठाया है। एनडीपीएस एक्ट के केस में जेल में बंद बच्ची के पिता को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दे दी गई।
परिजनों की मांग पर पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल ने पहल की और डीएम व कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा से बात कर पिता की मौजूदगी सुनिश्चित कराई। गांव में गुस्सा चरम पर है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक बेटियां यूं ही दरिंदगी का शिकार होती रहेंगी और हत्यारे खुलेआम घूमते रहेंगे? ग्रामीणों का साफ कहना है कि दोषियों की गिरफ्तारी में देरी हुई तो उनका आंदोलन और उग्र होगा।