धर्म-कर्महरिद्वार

मोहब्बत, इंसानियत और तालीम समेत पैगंबर मोहम्मद साहब की सुन्नतों पर अमल करने की अपील..

इस्लामिया कादरी ट्रस्ट ने किया जलसा इस्लाहे मुआशरा का आयोजन, सामाजिक बुराइयां दूर करने का आह्वान, (देखें वीडियो)..

इस खबर को सुनिए

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उपनगरी ज्वालापुर के मंडी का कुंआ स्थित दरगाह रोशन अली शाह के प्रांगण में इस्लामिया कादरी ट्रस्ट के संयोजन में जलसा इस्लाहे मुआशरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में इस्लाम धर्मगुरू मौलाना सैय्यद वासिफ कादरी ने जानकारी देते हुए कहा कि पैगम्बर मौहम्मद साहब के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए इंसानियत का पैगाम दें और समाज उत्थान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। पैगम्बर मौहम्मद साहब के जीवन प्रेरणा लेते हुए कौम की तरक्की में सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि अपना सुधार समाज की सबसे बड़ी सेवा है। प्रत्येक व्यक्ति स्वंय का सुधार कर ले तो आदर्श समाज की स्थापना आसान होगी। मोहम्मद सैयद वसीम कादरी ने बताया कि इस्लाम में नहर पर कुल्ली भी करना मना है। लेकिन आज के दौर में गंगा और जमुना जैसी नदियों को दूषित किया जा रहा है। उन्होंने अलाउद्दीन अहमद साबिर कलियरी के सब्र के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह साबिर साहब ने 12 साल भूखे रहकर इबादत की और लोगों को सब्र के बारे में उपदेश दिया। मौलाना सैय्यद कादरी ने कहा कि गरीबों, कमजारों का विशेष ध्यान रखें। किसी की संपत्ति या माल ना कब्जाएं। सच्चाई पर चलें और हमेशा दूसरों की सहायता करें। हाफिज गुलजार ने कहा कि पैगम्बर मौहम्मद साहब ने देश दुनिया को इंसानियत का पैगाम दिया। विज्ञान तरक्की कर रहा है। इंसान को भी देश व समाज की प्रगति में अपनी भागीदारी तय करनी चाहिए। एकता सौहार्द से ही देश आगे बढ़ेगा और एकता अखण्डता कायम रहेगी। हाफिज गुलसनव्वर ने कहा कि समाज के लिए अभिशाप बन चुके नशे को जड़ से समाप्त करने में प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर योगदान करना होगा। ईमानदारी से समाज उत्थान में योगदान दें। उन्होंने कहा कि पैगम्बर मौहम्मद साहब की सुन्नतों पर चलते हुए कौम की खिदमत में लगे रहें। ट्रस्ट के पदाधिकारियों बाबर खान, सकुनेनजर अंसारी व एडवोकेट सुब्हान अली ने कहा कि ट्रस्ट के माध्यम से समाज उत्थान में योगदान किया जाएगा। युवा पीढ़ी को नशे से बचाने और शिक्षा के प्रति जनजागरण के लिए मुहिम शुरू की जाएगी। बाबर खान, जैनुल आबेदीन अंसारी नासिर खान, सकुनेनजर अंसारी, फारूख, हाजी सलाम अंसारी, शारिक खान, नदीम अली, एडवोकेट सुब्हान अली, नदीम अली, फैजान अंसारी, सलीम अंसारी, शादाब अंसारी, गुलजार सलमानी, सैय्यद सुहेल, उमरदराज खान, अजीम खान आदि पगड़ी पहनाकर व बुके देकर सभी धर्मगुरूओं का स्वागत किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Translate »
error: Content is protected !!