आयुर्वेद से मिला “जीवन, दीपक वैद्य का मुरीद हुआ “मासूम रिहान का परिवार..
आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर समारोह का आयोजन..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: देश की आजादी के वर्ष 1975 में आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में नींव का पत्थर रखने वाले मशहूर राजवैद्य स्व. लल्लू वैद्य के पौत्र वैद्य दीपक कुमार का आयुर्वेदिक चिकित्सा में योगदान को सराहते हुए हरिद्वार के संत समाज और गणमान्य हस्तियों ने अभिन्नदन किया। आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में अलग-अलग क्षेत्र की शख्सियतों के साथ ही रूस से आई ओल्गा चोबाकोवा ने भी शिरकत की। साथ ही यह समारोह चंबा हिमाचल के एक मुस्लिम परिवार के लिए भी खास बन गया। दरअसल, परिवार के पांच साल के बालक रिहान अपने जन्म के बाद से ही गंभीर बीमारी से ग्रस्त था। कई बड़े अस्पतालों ने इसे लाइलाज बीमारी बताते हुए इलाज से मना कर दिया था। आयुर्वेदिक उपचार से बालक पूरी तरह ठीक हो गया है। रविवार को बालक का जन्मदिन भी था। समारोह में ही केक काटकर जन्मदिन मनाया गया। उसका परिवार दीपक वैद्य का शुक्रिया अदा करता हुआ भावुक हो उठा और उनकी आंख से खुशी के आंसु छलक उठे।
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परिवार की परंपरा को आगे बढ़ा रहे दीपक वैद्य…..
महापौर अनिता शर्मा ने कहा कि प्राकृतिक जड़ी बूटियों से असाध्य रोगों की सफल चिकित्सा करने वाले राजवैद्य लल्लू वैद्य की परंपरा को उनके पौत्र दीपक कुमार सफलता पूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज ने कहा कि अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए वैद्य दीपक कुमार ने आयुर्वेदिक चिकित्सा को नई पहचान दी है। महंत जयेंद्र मुनि महाराज ने कहा कि वैद्य दीपक कुमार ने प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति को पूरी दुनिया में स्थापित करने में अहम योगदान दिया है। रूस से आयी ओल्गा चोबाकोवा ने कहा कि आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी की उच्च गुणवत्ता युक्त दवाओं से कई असाध्य रोगों से मुक्ति मिली है। एडवोकेट अरविन्द शर्मा और पूर्व महापौर मनोज गर्ग ने कहा कि कोरोना काल में वैद्य दीपक कुमार ने बेहद सराहनीय योगदान दिया। गंग सभा अध्यक्ष प्रदीप झा ने भी कोरोना काल में वैद्य दीपक कुमार की सेवाओं को सराहा। आभार व्यक्त करते हुए वैद्य दीपक कुमार ने कहा कि अपने दादा राजवैद्य स्व. लल्लू वैद्य और पिता स्व. विजय कुमार वैद्य से प्राप्त जड़ी बूटियों व आयुर्वेदिक चिकित्सा के ज्ञान को आगे बढ़ाते हुए आमजन को आरोग्य प्रदान करना ही उनका लक्ष्य है। वैद्य दीपक कुमार ने बताया कि स्व. लल्लू वैद्य बेहद दूरदर्शी थे। उन्होंने 1947 में पीसीओडी, सर्वाइकिल, आर्थराइटिस, रक्तचाप, डायबिटीज, यूट्रस सिस्ट, थायराइड जैसी बीमारियों के उपचार के लिए दवाओं का लाईसेंस प्राप्त किया था। जबकि यह सब बीमारियां 1990 के बाद बदलती जीवनशैली के कारण तेजी बढ़ी। इस अवसर पर ब्रह्मचारी रामानंद, स्वामी सहदेव मुनि, राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष राकेश राजपूत, जिला आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारी डा. राजीव वर्मा, सिंचाई सचिव हरिचंद्र सेमवाल, पूर्व विधायक रामयश सिंह, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजकुमार अरोड़ा, सतपाल ब्रह्मचारी, रामकुमार मिश्र डा.अतुल भटनागर, आरपी सिंह आदि मौजूद रहे।
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