भेल की संपत्तियां बचाने में नाकाम संपदा विभाग का नया काम, कार में ताका-झांकी, राहगीरों से टोका टाकी..
डीएम एसएसपी को देना होगा ध्यान, कभी भी हो सकता है बवाल..

पंच👊नामा
हरिद्वार: भेल क्षेत्र में संपदा विभाग के कर्मचारी इन दिनों अपने काम से इतर पुलिस प्रशासन का काम संभाल रही है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और एसएसपी अजय सिंह को ध्यान देना होगा, वरना भेल क्षेत्र में कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा बनना तय है।

दरअसल, भेल संपदा विभाग के अधिकारी भेल में चौपहिया वाहनों के अंदर ताक झांक करने से लेकर पैदल राहगीरों तक से टोका टाकी करने में जुटे हैं, ऐसे में किसी दिन किसी बड़े बवाल की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

भेल संपदा विभाग का कार्य केवल भेल की संपत्तियों की सुरक्षा से जुड़ा है, लेकिन संपदा विभाग के कर्मचारी आजकल सिंघम स्टाइल में नौकरी करने में जुटे हैं। यह बेलगाम फौज किसी दिन बड़े बवाल को जन्म दे सकती है। क्योंकि संपदा विभाग का जो काम नहीं है उसी को ही शिद्दत से करने में संपदा विभाग के अधिकारी कर्मचारी जुटे हैं।

खोखा मार्केट और शॉपिंग सेंटर पर तो इनका तालिबानी फरमान चल ही रहा है, लेकिन साथ-साथ अब यह वहां पार्क होने वाली कार में भी ताका-झांकी करने में जुटे हैं जबकि इन्हें इसका कोई भी अधिकार नहीं है। यह सीधे-सीधे निजता का हनन है लेकिन भेल ईडी की टीम सुबह शाम इसी में ही जुटी है।

शायद ईडी भेल की ही लगाम अपने संपदा विभाग पर से ढीली पड़ गई है, तभी संपदा विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी करने में पूरी तरह से जुटे हुए हैं। कार के अलावा पैदल आने-जाने वालों से भी पूछताछ की जा रही है जबकि संपदा विभाग का काम यह नहीं है। मौजूदा समय में हर नागरिक अपने अधिकार को लेकर जागरूक है। पुलिस से भी लोग उलझने से पीछे नहीं हटते है लेकिन उसके बावजूद भी संपदा विभाग अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है।

जबकि इसके उलट भभुता वाला बाग क्षेत्र में पूरी संपत्तियों पर कब्जा हो चुका है लेकिन भेल संपदा विभाग को यह कब्जा नहीं दिखाई देता। उन्हें केवल ठसक हनक से मतलब है और खोखा स्वामियों से लेकर शॉपिंग सेंटर के दुकानदारों पर कॉलर खड़े कर ईडी परवीन झा यह फौज दिनभर रौब गालिब करने में जुटी रहती है। निकट भविष्य में अगर भेल में कानून व्यवस्था चरमराती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे-सीधे संपदा विभाग की ही होगी।