नियुक्तियों में गड़बड़ी पर विद्यालय का अनुदान समाप्त..
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर इंटर कॉलेज गढ़मीरपुर का मामला..
पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: फर्जी प्रबंधक के नाम व हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर शिक्षकों की नियुक्तियों में गड़बड़ी के मामले का संज्ञान लेते हुए शासन में डा. बीआर अंबेडकर इंटर कॉलेज गढ़मीरपुर के अनुदान तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है। शासन ने एसआईटी जांच की रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की है।
सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार ने कई साल पहले सूचना के अधिकार अधिनियम की मदद से गढ़मीरपुर के डा. बीआर अंबेडकर इंटर कॉलेज में नियुक्तियों के फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। जांच में पता चला कि फर्जी पर बंधक बनाकर अपने परिवार और रिश्तेदारों को ही नियुक्तियां दे दी गई और सरकारी अनुदान का गबन किया गया। इस मामले में शासन के निर्देश पर विभाग ने अपनी जांच की। दूसरी तरफ रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने पर एसआईटी की जांच हुई। पड़ताल में सामने आया कि साल 2006 से 2012 तक की कार्यकारिणी में रेखा कभी स्कूल की प्रबंधक निर्वाचित वकालत नहीं रही। प्रबंधक के तौर पर रेखा के नाम से जो भी दस्तावेज तैयार किए गए वह कूटरचित थे। इस मामले में कई लोगों को जेल भी जाना पड़ा। शासन के सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की ओर से निदेशक माध्यमिक शिक्षा को भेजे गए पत्र में बताया गया कि एसआईटी की जांच व तीन सदस्य विभागीय समिति की जांच में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर इंटर कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति में गंभीर अनियमितताएं और बिना वैज्ञानिक प्रबंध समिति के अस्तित्व में हुए फर्जी प्रबंधक रेखा के नाम व हस्ताक्षर से तैयार कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर लिया जा रहा अनुदान तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है।