बेलड़ा बवाल: लैटर पैड चोरी कर सीएम को भेज दी चिट्ठी, आखिर कौन कर रहा बवाल पर राजनीति..
महासंघ अध्यक्ष ने मीडिया की मार्फत स्पष्ट की स्थिति, कुछ नेताओं पर लैटर पैड चोरी करने का लगाया आरोप, पुलिस प्रशासन सक्रिय..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बेलड़ा बवाल पर राजनीति करने वाले इस मुद्दे को गर्म रखने के लिए नए-नए पैंतरे आजमा रहे हैं। अब किसी ने महासंघ के लैटर पैड पर मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर आला अधिकारियों व कुछ पुलिसकर्मियों के तबादले की मांग कर डाली।
जबकि महासंघ अध्यक्ष रूप सिंह दधैरा का साफ कहना है कि न तो ऐसा कोई पत्र जारी किया गया और न तबादलों से जुड़ी कोई मांग उठाई गई है। इतना ही नहीं, उन्होंने संगठन से जुड़े कुछ नेताओं पर लैटर पैड चोरी करने का आरोप लगाया है।
इससे साफ है कि कुछ लोग जानबूझकर आगे भी इस मुद्दे को राजनीति का केंद्र बिंदु बनाए रखना चाहते हैं। आखिर उनकी मंशा क्या है। वह जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने के पक्ष में क्यों नहीं है।
वहीं, महासंघ अध्यक्ष की ओर से स्थिति स्पष्ट होने के बाद पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। सूत्र बताते हैं कि फर्जी चिट्ठीबाजी करने वाले कुछ नेता भी पुलिस के राडार पर हैं, इनमें कुछ नेताओं ने अपने मोबाइल फोन भी स्विच आफ कर लिए हैं।
—————————————-
“बवाल के बाद बना था महासंघ…..
रुड़की के बेलड़ा गांव में अनुसूचित जाति के एक युवक की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था। इस मामले में अनुसूचित जाति से जुड़े संगठनों ने एक महासंघ बनाते हुए दलित महापंचायत का आह्वान भी किया था।
हालांकि, पुलिस प्रशासन व अन्य संगठनों की पहल पर कुछ बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद महापंचायत स्थगित कर दी गई थी। इस प्रकरण को लेकर बीते 20 अगस्त को भी भेल सेक्टर एक टिबड़ी के गुरु रविदास मंदिर में हुई बैठक भी हंगामे की भेंट चढ़ गई थी। जिसके बाद प्रवक्ता तीरथ पाल रवि सहित कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दे दिए थे।
लेकिन इस बाद महासंघ के एक लैटर पैड पर मुख्यमंत्री को भेजी गई चिट्ठी ने हलचल पैदा कर दी थी। इस चिट्ठी में जिले के आला अधिकारियों सहित कुछ पुलिसकर्मियों के तबादले की मांग सीएम से की गई थी। जबकि महासंघ की ओर से ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया गया।
—————————————
“भड़काऊ बयान का महासंघ से कोई मतलब नहीं….
मामला संज्ञान में आने पर महासंघ अध्यक्ष रूप सिंंह ने मीडिया को बयान जारी कर बताया कि एक दौर की वार्ता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और डीएम-एसएसपी से सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो चुकी है, अपना मांग पत्र भी दे चुके हैं। पूरी उम्मीद है कि उनकी मांगों पर कार्रवाई करते हुए दलित समाज को न्याय दिलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ साथियों ने ही लैटर पैड चोरी करते हुए सीएम को चिट्ठी भेजी गई है। जिस पर अध्यक्ष यानि उनके हस्ताक्षर भी नही है। इसलिए शासन प्रशासन उस फर्जी पत्र का संज्ञान न ले। स्पष्ट किया कि मीडिया को दी गई बाइट में भड़काऊ बयान जारी करने वालों के वह निजी विचार हैं, संगठन का उनसे कोई लेना देना नहीं है। संघ किसी भी तरह की अशांति के पक्ष में नहीं है।