बेलड़ा बवाल: अब मीडिया के सामने आई दलित महिलाएं, पुलिस और रोड बिरादरी पर लगाए गंभीर आरोप, (देखें वीडियो)..
अधिवक्ता के कार्यालय पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस, कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी..
पंच👊नामा
रुड़की: बेलड़ा बवाल में हर रोज नया मोड़ आरहा है। अब दलित समाज की महिलाओं ने मीडिया से घटना के दिन की आपबीती बताई है।
महिलाओं ने पुलिस दूसरे समाज पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि घटना के दिन रोड समाज के लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर दलित समाज की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों तक को नही बख्शा, लाठी, डंडे और अवैध हथियारों से लैस लोगों ने बड़ी बर्बता के साथ हमला किया, और पुलिस में कार्रवाई भी एक तरफा की। मामले ने तूल पकड़ा तो क्रॉस मुकदमा दर्ज कियस गया। महिलाओं ने बताया गांव में अभी भी डर का माहौल है। वही मृतक पंकज की पत्नी ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान के इशारे पर पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की, मृतक के परिवारजनों को भी नही बख्शा गया। अब पीड़ित महिलाएं न्यायालय में इंसाफ की गुहार लगाने की तैयारी कर रही है।रुड़की निवासी एडवोकेट संजीव वर्मा के कार्यालय पर बेलड़ा गांव की दलित महिलाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इंसाफ की गुहार लगाई। उन्होंने बताया बेलड़ा बवाल सुनियोजित तरीके से किया गया बवाल था। उन्होंने बताया ग्राम प्रधान ने पुरानी रंजिश निकालने की नीयत से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया। पुलिस ने भी एक तरफा कार्रवाई कर दलित समाज का उत्पीड़न करने का काम किया। उन्होंने बताया महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को बुरी तरह पीटा गया, जिसमे कई महिलाएं घायक हुई है, कोर्ट के आदेश पर घायल महिलाओं का मेडिकल हुआ है लेकिन पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक नही रही। उन्होंने बताया इंसाफ की गुहार को लेकर वह अपने एडवोकेट के माध्यम से न्यायालय में गुहार लगाएंगे। वही एडवोकेट संजीव वर्मा ने बताया कि बेलड़ा की घटना में जिन महिलाओं का मेडिकल हुआ है उनकी मेडिकल रिपोर्ट तक नही दी गई। एक गर्भवती महिला और एक युवक जिसे फर्रे लगें है उनकी रिपोर्ट दर्ज नही की गई। इन दोनों मामलों में पुलिस के आलाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, यदि कोई कार्रवाई नही की गई तो कोर्ट के माध्यम से मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।