
पंचनामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अवैध खनन पर कार्रवाई को लेकर लंबे चौड़े दावों के बीच लक्सर क्षेत्र में अवैध खनन लगातार ग्रामीणों की जान ले रहा है। ताजा घटना में अवैध खनन से बने गहरे गड्ढे में ट्रैक्टर ट्राली पलटने से उसके नीचे दबकर चालक की दर्दनाक मौत हो गई।

बड़ी संख्या में ग्रामीण और चालक के परिजन मौके पर पहुंचे और मशक्कत के बाद ट्राली के नीचे दबे युवक को बाहर निकाला। लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। क्षेत्र में अवैध खनन व खनन सामग्री से लदे ओवरलोड वाहन आमजन के लिए काल साबित हो रहे हैं। लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश के बावजूद लोकल पुलिस प्रशासन अवैध खनन रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। अधिकारियों के दावों के अलावा जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो जेसीबी और विशालकाय मशीनों ने अवैध खनन का तांडव लगातार हो रहा है, यही तांडव आमजन की मौत का जिम्मेदार बन रहा है।
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लक्सर कोतवाली क्षेत्र के हबीबपुर कुड़ी गांव निवासी इसरार बुधवार को ट्रैक्टर ट्राली लेकर गंगा क्षेत्र में गया था। यहां अवैध खनन से बने एक बड़े गड्ढे में पानी भरा होने के कारण ट्रैक्टर ट्राली पलट गई और चालक उसके नीचे दब गया। आसपास के लोगों की सूचना पर परिजन और ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े। बाद में पुलिस भी आ गई और युवक को बाहर निकाला। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है। दिन ढलते ही गंगा क्षेत्र में जेसीबी गरजने लगती हैं। यही वजह है कि गंगा क्षेत्र में तालाब रूपी बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं।
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क्षेत्रवासी साफ तौर पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। बुधवार को ग्रामीण अतर सैनी, सुनील, राम सिंह, इब्राहिम, वीर पाल आदि ने बताया कि शिकायतों का कोई असर नहीं हो रहा है। महीनों से अवैध खनन का तांडव जारी है। पूर्व में भोगपुर क्षेत्र में अवैध खनन से लदी ट्रैक्टर ट्राली से कुचलकर स्कूल जा रहे दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी।

जबकि सुल्तानपुर क्षेत्र में खनन के लिए खोदे गए बड़े गड्ढे मे भरे पानी में डूब कर तीन मासूमों की मौत हो गई थी। जबकि लक्सर रायसी मार्ग पर खनन सामग्री से लदी ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आकर टैंपो चालक कालूराम की मौत भी हाल ही में हुई।

ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगाते हुए आक्रोश भी जताया था। इनके अलावा इसी अनगिनत घटनाएं हो चुकी हैं। कई हादसे तो उजागर ही नहीं हो सके। ताजा मामले में परिजनों की मांग पर पंचनामा भरने के बाद बिना पोस्टमार्टम शव को सुपुर्द कर दिया गया।