
पंच👊नामा-पिरान कलियर: नामांकन के अंतिम दिन चुनाव मैदान में कूदे आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी अब्दुल वाहिद उर्फ भूरा ने हाजी फुरकान अहमद के बने बनाए समीकरण को बिगाड़-कर रख दिया। दरअसल भूरा प्रधान उसी बिरादरी से ताल्लुक रखते है जिस बिरादरी से फुरकान अहमद आते है। इसलिए बिरादरी का दो धड़ो में बटना सीधे-सीधे फुरकान अहमद की राह में मुसीबतें पैदा करना साबित हो रहा है। इस सीट पर जातिगत समीकरणों के आधार पर चुनाव होता है, इससे पूर्व भी दो चुनाव जातिगत समीकरणों के आधार पर हुए, जिसमे तेली बिरादरी से हाजी मौ. शहजाद और झोझा बिरादरी से हाजी फुरकान अहमद ने अपनी-अपनी बिरादरी के सर्वाधिक वोट हासिल किए, लेकिन इस बार फुरकान अहमद की बिरादरी का प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में आचुका है। जिससे ये तो साफ हो गया है कि फुरकान के लिए जीत की राह इतनी आसान नही है। वही फुरकान समर्थन 50 पार का दावा करते हुए सन्तुष्ट दिखाई पड़ रहे है। फुरकान समर्थन अपने अपने हिसाब से गुणाभाग लगाकर मतदान से पहले ही फुरकान को 50 पार लगा रहे है। समर्थकों का ओवर कॉन्फिडेंस तैरती नैय्या को डुबाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहा है।
दरअसल कुछ दिन पहले कलियर विधानसभा के चुनावी समीकरण कुछ और थे, तब भाजपा-बसपा के सैनी प्रत्याशी मैदान में थे और आप प्रत्याशी चुनावी जमीन को सींच रहे थे। ऐसे में फुरकान अहमद और उनके समर्थक अपनी जीत को पक्का मानकर चल रहे थे, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन फुरकान के प्रतिद्वंद्वी उन्ही के गाँव के निवासी और उन्ही की बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले भूरा प्रधान ने चुनाव मैदान में ताल ठोक दी, जिससे विधानसभा चुनाव के समीकरण बदल गए है। फिलहाल भूरा प्रधान बिरादरी के जिम्मेदार और अन्य जिम्मेदार लोगों से संपर्क कर अपना कुनबा बढ़ा रहे है।