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उत्तराखंड में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी: नेपाल बॉर्डर पर 10 करोड़ की ड्रग्स सहित महिला गिरफ्तार..

पुलिस कप्तान अजय गणपति की अगुवाई में चंपावत पुलिस को फिर मिली बड़ी कामयाबी, अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट की परतें खुलीं..

पंच👊नामा-ब्यूरो
टनकपुर/चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रग्स फ्री उत्तराखंड अभियान को जमीनी हकीकत में बदलते हुए एसपी अजय गणपति की अगुवाई में चंपावत पुलिस ने इतिहास रच दिया। शनिवार सुबह नेपाल सीमा के पास दबिश देकर पुलिस ने 5.688 किलो एमडीएमए (MDMA) ड्रग्स जब्त की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹10 करोड़ 23 लाख 84 हजार आंकी गई है। यह अब तक उत्तराखंड की सबसे बड़ी नशीली पदार्थ की बरामदगी है।बरामद खेप को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रही महिला ईशा, निवासी पम्पापुर, बनबसा को मौके से गिरफ्तार किया गया है। उसका पति राहुल कुमार और साथी कुनाल कोहली फरार हैं, जो पहले से ही महाराष्ट्र के ठाणे पुलिस की एनडीपीएस एक्ट की वांछित लिस्ट में हैं। पुलिस कप्तान अजय गणपति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बड़ी कार्रवाई की जानकारी मीडिया को दी।
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नेपाल सीमा पर सवेरे-सवेरे घेराबंदी, महिला पकड़ी गई…..एसपी अजय गणपति के निर्देश पर चंपावत व पिथौरागढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना पर शारदा नहर के किनारे गढ़ीगोठ पुल क्षेत्र में शनिवार सुबह 5:45 बजे चेकिंग शुरू की। एक महिला को संदिग्ध हालात में काले बैग के साथ भागते देखा गया। सीओ टनकपुर वंदना वर्मा की मौजूदगी में तलाशी ली गई, जिसमें दो पैकेट से कुल 5.688 किलोग्राम एमडीएमए (जिसे म्याऊ-म्याऊ, मौली या एक्स्टसी भी कहा जाता है) बरामद हुई।
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गिरफ्तारी से पहले ड्रग्स फेंकने की थी योजना…..पकड़ी गई महिला ईशा ने स्वीकार किया कि यह ड्रग्स 27 जून को पिथौरागढ़ से उसके पति और उनके साथी ने पहुंचाई थी। पुलिस की सतर्कता को देखते हुए वह शनिवार को इस खेप को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी। दोनों आरोपित महाराष्ट्र के एनडीपीएस केस में फरार चल रहे हैं। अब पुलिस इनके नेटवर्क, बैकवर्ड लिंकेज और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जांच में जुट गई है।
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एमडीएमए: क्लब कल्चर की खतरनाक लत…..एमडीएमए, जिसे एक्स्टसी, म्याऊ-म्याऊ, एमडी या मौली भी कहा जाता है, एक सिंथेटिक ड्रग है जो मेथाम्फेटामाइन जैसे उत्तेजक पदार्थ के समान असर करती है। इसका प्रभाव कोकीन जैसा होता है और भारत के मेट्रो शहरों में क्लब व पार्टी कल्चर में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।
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बरामदगी का ब्यौरा….पहला पैकेट: 3 किलो 424.5 ग्राम (भूरा ढेलेदार पदार्थ)
दूसरा पैकेट: 2 किलो 263.5 ग्राम (सफेद दानेदार पदार्थ)
कुल: 5 किलो 688 ग्राम
अंतरराष्ट्रीय कीमत: ₹18,000/ग्राम × 5688 ग्राम = ₹10,23,84,000
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उत्तराखंड में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी….आईजी कुमायूँ रिद्धिम अग्रवाल ने पुष्टि की कि यह अब तक उत्तराखंड की सबसे बड़ी एमडीएमए ड्रग्स बरामदगी है। उन्होंने बताया, “यह केवल एक जब्ती नहीं, बल्कि एक इंटरनेशनल नेटवर्क के खिलाफ निर्णायक प्रहार है। “उन्होंने इस सफलता पर पूरी टीम को ₹20,000 नगद पुरस्कार भी दिया।
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2024-25 में चंपावत पुलिस की कार्रवाई……2024 में: 1,280 किग्रा स्मैक (₹3.84 करोड़ मूल्य)
60.5 किग्रा चरस बरामद
2025 में अब तक: ₹11 करोड़ से अधिक की ड्रग्स जब्ती
82 तस्कर गिरफ्तार, 56 मुकदमे दर्ज
एसपी अजय गणपति ने कहा कि “यह केवल कार्रवाई नहीं, एक संदेश है— चंपावत नशे के सौदागरों के लिए अब सुरक्षित जगह नहीं है।”
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पुलिस की अपील: दें सहयोग, बनाएं उत्तराखंड ड्रग फ्री…..अगर किसी को अपने आस-पास कोई गोपनीय लैब, तीव्र रासायनिक गंध, संदिग्ध व्यक्तियों या गतिविधियों की जानकारी हो, तो तुरंत 112 या निकटवर्ती थाने पर सूचना दें।
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एक्शन में रही संयुक्त टीम….
सीओ वंदना वर्मा
एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह
एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा
एएनटीएफ प्रभारी सोनू सिंह
पिथौरागढ़ एसओजी प्रभारी प्रकाश पांडे 10+ पुलिसकर्मी व महिला कांस्टेबल शामिल रहे

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