
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: प्रदेश की राजधानी देहरादून के युवाओं की नसों में ज़हर घोलने की साजिश को जीआरपी, एनसीबी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने समय रहते विफल कर दिया। वंदे भारत ट्रेन से देहरादून पहुंचते ही पुलिस ने एक पुरुष और एक महिला को 100.65 ग्राम स्मैक के साथ दबोच लिया।जीआरपी एसपी तृप्ति भट्ट ने बताया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) से मिली सूचना के आधार पर जीआरपी देहरादून, एनसीबी देहरादून और आरपीएफ की टीमों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। मुरादाबाद से वंदे भारत ट्रेन में सफर कर रहे दो संदिग्ध व्यक्तियों को देहरादून रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक के आखिरी छोर पर रोका गया।
पूछताछ में दोनों ने पहले तो गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से तलाशी लेने पर महिला के बैग से 100.65 ग्राम स्मैक बरामद की गई। दोनों के खिलाफ थाना जीआरपी देहरादून में अपराध संख्या 4/2025 अंतर्गत धारा 8/21/29 NDPS एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया।
एसपी तृप्ति भट्ट के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमित सिंह पुत्र उदल सिंह निवासी हरथला, भातु कॉलोनी, मुरादाबाद और पम्मी बालियान निवासी मुरादाबाद के रूप में हुई है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे पिछले 6–7 वर्षों से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं और पहली बार उत्तराखंड आए थे। योजना थी कि स्मैक बेचकर अच्छी कमाई करेंगे और साथ ही देहरादून व आसपास घूम भी लेंगे।
आरोपियों की निजी पृष्ठभूमि भी चौंकाने वाली है। अमित सिंह के दो भाई उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत हैं और एक भाई रेलवे में भर्ती की तैयारी कर रहा है। वहीं, महिला आरोपी का करीब 20 वर्ष पूर्व तलाक हो चुका है और वह घर बैठे पालतू कुत्तों की खरीद-फरोख्त करती है। अमित ही उसे यह कार्य दिलाने वाला बताया गया है। वह लेब्राडोर और जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते बेचती है। दोनों के दो बच्चे भी हैं, जो अलग-अलग कामों में संलग्न हैं।
एसपी तृप्ति भट्ट ने बताया कि इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में थानाध्यक्ष अशोक कुमार, उप निरीक्षक हिमांशु कुमार, कांस्टेबल संदीप, महिला कांस्टेबल ममता सहित एनसीबी और आरपीएफ के अधिकारी शामिल रहे।