“चमोली पुलिस बनी नशा तस्करों के लिए काल, 2.23 लाख की चरस संग युवक गिरफ्तार..
पुलिस और एसओजी को एक सप्ताह में मिली तीसरी बड़ी सफलता, नशा तस्करों में हड़कंप..

पंच👊नामा-ब्यूरो
चमोली: देवभूमि को नशामुक्त बनाए रखने के लिए चमोली पुलिस का अभियान लगातार असर दिखा रहा है। मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार के “ड्रग फ्री देवभूमि” अभियान के तहत नशा तस्करों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार के नेतृत्व में चमोली पुलिस नशे के अवैध कारोबार पर निरंतर प्रहार कर रही है। बीते एक सप्ताह के भीतर यह तीसरा बड़ा मामला सामने आया है।
स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और कोतवाली चमोली पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 1.115 किलोग्राम वाणिज्यिक मात्रा की चरस बरामद की है। बरामद चरस की अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत करीब 2 लाख 23 हजार रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त Hero X-Pulse Pro मोटरसाइकिल को भी जब्त कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, 08 दिसंबर 2025 की रात बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हनुमान मंदिर, तेलाधाम के समीप नियमित वाहन जांच अभियान चल रहा था। इसी दौरान एक बाइक सवार युवक को रुकने का संकेत किया गया। युवक पुलिस को देखते ही घबरा गया और पीछे मुड़कर भागने का प्रयास करने लगा।
जल्दबाजी में बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर गई। पुलिस टीम ने मौके पर ही उसे पकड़ लिया। संदेह के आधार पर की गई तलाशी में युवक के बैग से भारी मात्रा में चरस बरामद हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान हिमांशु पुरोहित पुत्र प्रकाश चंद्र पुरोहित, उम्र करीब 20 वर्ष, निवासी ग्राम दिगोली मायापुर, पीपलकोटी के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोतवाली चमोली में मुकदमा अपराध संख्या 38/25, एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20/60 के तहत मामला दर्ज किया है। प्रकरण की विवेचना निरीक्षक नरेन्द्र रावत कर रहे हैं। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार ने कहा कि एक महीने के भीतर यह चौथा बड़ा मामला है, जिसमें वाणिज्यिक मात्रा में चरस बरामद की गई है। नशा तस्करों के पूरे नेटवर्क को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। देवभूमि में युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
इस कार्रवाई में पुलिस उपाधीक्षक मदन सिंह बिष्ट के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक अनुरोध व्यास, एसओजी प्रभारी सतेंद्र बुटोला, हेड कांस्टेबल अमरदेव, हेड कांस्टेबल नागेन्द्र, कांस्टेबल अंकित समेत स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप चमोली की सक्रिय भूमिका रही।



