हरिद्वार

कांग्रेस का आरोप, योगग्राम को प्रमोट करने के लिए बाबा रामदेव के इशारे पर बदला गया वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम, अनिश्चितकालीन धरना जारी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित वंदना कटारिया स्पोर्ट्स हॉकी स्टेडियम का नाम बदलकर “योग स्थली” रखे जाने के फैसले पर सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस ने इसे एक दलित बेटी के सम्मान के साथ खिलवाड़ बताते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह निर्णय योगगुरु रामदेव के इशारे पर लिया गया है ताकि उनके योगग्राम को प्रमोट किया जा सके, जो स्टेडियम से कुछ ही दूरी पर स्थित है।शनिवार को धरने के दूसरे दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर और महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि यह सिर्फ एक नाम का सवाल नहीं है, बल्कि समाज में सम्मान और पहचान का सवाल है। संयोजक वरुण बालियान ने भाजपा पर दलित विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि, “भाजपा का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा महज दिखावा है। जब किसी दलित बेटी को सम्मान मिलता है, तो उसे छीनने में ये सरकार पीछे नहीं हटती। हम किसी भी कीमत पर वंदना कटारिया के नाम से बना स्टेडियम किसी और नाम से नहीं होने देंगे। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली ने आरोप लगाया कि, “यह नाम परिवर्तन योगगुरु रामदेव के दबाव में किया गया है। चूंकि स्टेडियम के पास ही योगग्राम स्थित है, इसलिए सरकार ने क्षेत्रीय अस्मिता और एक होनहार बेटी के सम्मान को ताक पर रखकर यह फैसला लिया है। प्रदेश सचिव राव फरमान अली ने कहा कि वंदना कटारिया रानीपुर विधानसभा के सलेमपुर रोशनाबाद की बेटी हैं जिन्होंने न सिर्फ हरिद्वार और उत्तराखंड, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। “वंदना भारत की महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रह चुकी हैं और उन्होंने दलित समाज की बेटियों के लिए प्रेरणा का काम किया है। ऐसे में उनके नाम पर बने स्टेडियम का नाम बदलना निंदनीय है। धरनास्थल पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, दलित नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे। नारेबाजी के साथ-साथ वंदना कटारिया के समर्थन में पोस्टर-बैनर भी लगाए गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने शीघ्र ही स्टेडियम का पुराना नाम बहाल नहीं किया, तो यह आंदोलन प्रदेशभर में फैलाया जाएगा।

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