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अवैध मदरसे का सीएम ने लिया संज्ञान, प्रशासन की टीम ने छापा मार कर 24 बच्चों को मुक्त कराया..

कमरे में भेड़-बकरियों की तरह ठूंसे गए थे बच्चे, अश्लील वीडियो दिखाने का भी आरोप, प्रदेश भर के मदरसों का होगा सत्यापन..

पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: एक अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार से जुड़े मामले का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीधा संज्ञान लिया। दरअसल, प्रशासन की एक टीम ने नैनीताल के एक मदरसे में छापा मारकर एक कमरे में बुरी तरह ठूंसे गए 24 बच्चों को मुक्त करा लिया। मामला नैनीताल जिले के ज्योलिकोट के पास स्थित वीरभट्टी में एक अवैध मदरसे का है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में मदरसों के सत्यापन के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।जिलाधिकारी से की गई थी शिकायत……….. मदरसे में पढ़ने वाले किसी छात्र के परिजनों ने नैनीताल जिलाधिकारी को पत्र लिखकर छात्रों के साथ हो रही मारपीट और उनके साथ दुर्व्यवहार की शिकायत की थी। इसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन की संयुक्त टीम ने रविवार को मदरसे में छापेमारी की। हल्द्वानी सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि छापेमारी के दौरान मदरसे में छात्रों को भेड़-बकरियों की तरह कमरों में रखा पाया गया। मदरसे में बच्चों के रहने के लिए कोई उचित व्यवस्था तक नहीं मिली। छात्रों को गंदा पानी पिलाया जा रहा था, जिससे छात्रों का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था। टीम को छापेमारी के दौरान रसोई में बदबूदार खाना मिला। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया मदरसे में 34 छात्रों का पंजीकरण है, लेकिन छापेमारी के दौरान टीम को 24 छात्र उपस्थित मिले। जबकि 10 अन्य छात्र अपने परिजनों के साथ इन दिनों घर पर है। जो छात्र मदरसे में टीम को मिले, उन्होंने बताया कि छात्रों से मारपीट की जाती है। छात्रों ने बताया कि मौलवी का बेटा इब्राहिम उन्हें धमकी दी जाती है कि अगर मारपीट या मदरसे में होने वाली बातों की जानकारी अपने परिजनों को बताई तो परिजनों को जान से मार दिया जाएगा।
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“अश्लील वीडियो दिखाने का आरोप….
मदरसे में पढ़ रहे छात्रों ने बताया कि शाम को उन्हें एलईडी टीवी पर मौलाना और उनका बेटा पॉर्न वीडियो दिखाते थे, जिसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है छात्रों ने बताया कि कीड़े वाला पानी पिलाया जा रहा था। जब निरीक्षण टीम ने पानी की टंकी को खोला तो सभी टंकियों में कीड़े पड़े हुए थे। बच्चों ने बताया उन्हें रोजाना इन्हीं टंकियों का पानी पिलाया जाता है। जब बच्चे इसका विरोध करते हैं तो उनके साथ मारपीट की जाती है।
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“नहीं दिखा पाए दस्तावेज…..

फाइल फोटो

मदरसे का निरीक्षण करने पहुंची सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया मदरसा बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहा है। जब मौलाना से मदरसे के दस्तावेज मांगे गए तो वह उपलब्ध नहीं करा सके। उन्होंने बताया कि मदरसे को चिट एंड फंड सोसाइटी में रजिस्टर्ड करवाने की बात कही है। परिजनों की शिकायत के बाद छापेमारी के लिए मदरसे पहुंची टीम को चौंकाने वाले तथ्य सामने मिले हैं। मदरसे में पढ़ाई कर रहे छात्रों ने बताया कि छात्रों के साथ कई बार मदरसे के लोगों ने कुकर्म करने का प्रयास किया। पूर्व में इस तरह की घटना के बाद एक छात्र मदरसा छोड़कर भाग गया था। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि मदरसा बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित पाया गया है। सील करने की कार्रवाई की जा रही है। मदरसा संचालकों को दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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“सीएम ने गृह विभाग को दिए निर्देश…..

फाइल फोटो

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस विषय पर गृह विभाग को निर्देशित करते हुए तत्काल समस्त जिलों में संचालित समस्त मदरसों का सत्यापन कराने को कहा। जहां भी कोई अनैतिक कार्य हो रहा हो, वहां तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। इस विषय पर गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए है।
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इस मामले में मदरसे के मौलवी मोहम्मद हारुन का दावा है कि बीमार बच्चों का उपचार किया जा रहा है। खाना और गंदे पानी की बात गलत है, क्योंकि वह खुद भी वही खाना और पानी इस्तेमाल करते हैं। मारपीट और अश्लील हरकतों से जुड़े आरोप बेबुनियाद है और मदरसा वक्फ बोर्ड से मान्यता प्राप्त है। दूसरी तरफ तल्लीताल थानाध्यक्ष रोहिताश सिंह का कहना है कि मदरसे को सील कर दिया गया है मौलवी और उसके बेटे के खिलाफ पोक्सो आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

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